देश आज कीर्तिमान रचने की कगार पर है। कोरोना के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह इसकी शुरुआत करेंगे। राज्य सरकारें भी कमर कसकर तैयार हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में आईजीआईएमएस में सुबह 10.45 बजे इसकी शुरुआत होगी। राज्य में पहले दिन 30 हजार रजिस्टर्ड लोगों को टीका दिया जाएगा। राज्य का पहला टीका आईजीआईएमएस के सफाईकर्मी रामबाबू और दूसरा टीका इसी अस्पताल के एंबुलेंस चालक अमित कुमार को दिया जाएगा। टीकाकरण कार्य सबसे निचले स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और ऊपरी स्तर पर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और पटना एम्स में होगा।
– बिहार में चार लाख 64 हजार 160 लोगों का टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। कुल 300 सेंटरों पर टीकाकरण होगा, जिनमें 259 सेंटर सरकारी जबकि 41 निजी सेंटर हैं। निबंधित व्यक्ति को टीका के दो डोज दिए जाएंगे।
– वैक्सीन देने के आधे घंटे के बाद उन्हें घर जाने को कहा जायेगा, लेकिन थोड़ी सी भी गड़बड़ी की आशंका होने पर रोककर जांच की जायेगी। इसके लिए संपूर्ण वैक्सीनेसन सेंटर बनाया गया है।
– कोरोना टीकाकरण के लिए बनाई गई वैक्सीनेशन टीम में पांच लोग रहेंगे। इसमें एक स्टाफ नर्स, एक डॉक्टर, पारामेडिकल स्टाफ, एक डाटा ऑपरेटर, एक गार्ड शामिल होंगे।
– टीका लगने के बाद और वैक्सीनेशन सेंटर से चले जाने के बाद किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट या कोई परेशानी होगी तो उसे तत्काल लाभार्थी डॉक्टर को सूचना देंगे।
– भारत बायोटक की कोवैक्सीन का डोज पीएमसीएच, एम्स और एनएमसीएच के स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। प्रत्येक अस्पताल में पहले दिन 100-100 लाभार्थियों कोवैक्सीन का डोज दिया जाएगा। जिन लाभार्थियों को पहला डोज कोवैक्सीन का दिया गया है, उन्हें दूसरा डोज 28 दिनों के बाद दी जाएगी। एक कोवैक्सीन वाइल में 20 डोज हैं।