जगदीशपुर। शब ए बारात रमजान व ईद बिना वेतन के ही बीता। बकरीद भी बिना वेतन का मनेगा। अल्पसंख्यक नियोजित शिक्षकों के समक्ष वेतन बड़ी समस्या बनी हुई है। नियोजित शिक्षकों का वेतन लगभग चार माह से लंबित है। इसको लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में लॉकडाउन व सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए शिक्षकों ने परिवार के साथ अपने-अपने घर में एक दिवसीय धरना दिया। संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार मंटु ने बताया कि पन्द्रह दिन पूर्व शिक्षा विभाग के अपर सचिव गिरवर दयाल का पत्र निर्गत हुआ था। जिसमे बकरीद के पहले शिक्षकों का वेतन जुलाई माह तक कर देने की बात कही गई। कल बकरीद पर्व है, वेतन दो दूर आवंटन भी नही आया है। इस साल मात्र एक माह का वेतन मिला है। सरकार अल्पसंख्यकों के हितैषी होने का ढोंग करती है। लेकिन, उनके महान पर्व में भी वेतन से वंचित रखती है। नियोजित शिक्षकाें को कभी समय पर वेतन नहीं मिला है। बकरीद में वेतन नही मिलने से मुस्लिम शिक्षकों के सामने मायूसी छाई हुई है। किसी तरह शिक्षक कर्ज लेकर अपना पर्व मनाने के लिए मजबूर है।संघ के नेताओं ने कहा कि सरकार को समय पर चुनाव कराने की चिंता है,चुनावी नैया को पार लगाने वाले नियोजित शिक्षकों की जरा भी चिंता नहीं है। शिक्षक भविष्य मे सबक सिखाने का काम करेंगे। प्रखण्ड अध्यक्ष किंग अभिषेक क्षत्रप, महासचिव सह् प्रवक्ता चन्द्रदेव कुमार सिंह,उपाध्यक्ष कमलेश कुशवाहा,शिक्षक विनोद कुमार सिंह अन्य।