PATNA: विधान सभा में विपक्षी विधायकों की पिटाई का मामला एक बार फिर गरमाने लगा है. बजट सत्र के दौरान पुलिस बिल का विरोध कर रहे विपक्षी विधायकों की पिटाई किये जाने के मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज तेजस्वी यादव ने विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिंहा को पत्र लिखा है. अपने पत्र में विरोधी दल के नेता ने लिखा है कि नीतीश सरकार द्वारा बिहार की जनता पर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 थोपने के क्रम में माननीय सदस्यों के साथ बर्बर हिंसा का प्रयोग कर सदन के अंदर सैंकड़ों पुलिस बल की उपस्थिति में जिस तरह से विधेयक पारित कराया गया इसे सामान्य लोकतांत्रिक घटना नहीं माना जा सकता.
तेजस्वी ने लिखा है कि विधान सभा के अंदर जो शर्मनाक घटना घटी और जो आपराधिक कृत्य किया गया उसने विधान सभा की मर्यादा को तार – तार कर दिया गया. सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों को छोड़ माननीय गृह मंत्री सह मुख्यमंत्री के ईशारे पर गंभीर हिंसा और अत्यधिक बल का प्रयोग किया गया. जिसमें अनेक माननीय सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गये.
तेजस्वी ने घायल विधायकों की चर्चा करते हुए लिखा है कि मखदुमपुर के विधायक सतीश कुमार को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उनका सिर फट गया और पीएमसीएच के आईसीयू में जीवन मौत से सघर्ष करते हुए दिख रहे है. और अभी भी वे चिकित्सकों की देख रेख में इलाजरत है. इसके अलावा अन्य कई सदस्यों को लात घूसे से पीटा गया और बूट तले रौंद गया. वहीं महिला विधायकों के साथ जो दुर्वयवहार हुआ उसका वर्णन नहीं किया जा सकता . तेजस्वी ने विधान सभा अध्यक्ष को लिखा है कि विधान सभा को जलियावाला बाग बनाने का आरोप लगाते हुए दोषी अधिकारियों को शीघ्र बर्खास्त करने की मांग की है.