केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के नए कुलपति की नियुक्ति प्रक्रिया तेज है। आज ही दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय समेत कई केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के नियुक्ति की घोषणा हुई है। प्रोफेसर कमलेश्वर नाथ सिंह को दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है।
आज जारी हुए केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नए कुलपतियों की सूची |
ऐसे में महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय को नए कुलपति के लिए अभी कुछ समय और इंतजार करना पड़ सकता है। बतौर कुलपति प्रस्तावित नामो पर विरोध थमने का भी नाम नही ले रहा है। जिले में सक्रिय छात्र संगठन चम्पारण छात्र संघ ने बतौर कुलपति पैनल में शामिल प्रोफेसर बद्रीनायरण तिवारी और प्रोफेसर तेजप्रताप सिंह के नाम का विरोध किया है। इस संदर्भ में छात्र संघ ने विश्वविद्यालय के विजिटर देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इन दोनों नामो पर आपत्ति जताई है और इनकी शिकायत की है।
प्रो. बद्रीनायरण तिवारी और प्रो. तेजप्रताप सिंह |
विरोध की इस कड़ी में छात्र संघ को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों एवं पूर्व छात्रो का भी समर्थन प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय के कई वर्तमान और पूर्व छात्रो ने एकसाथ देश के नवनियुक्त शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर प्रोफेसर बद्रीनायरण तिवारी के विचारधारा , विवादों में बने रहने की महत्वकांक्षा और इनके लेखन की शिकायत करते हुए इनके नाम पर आपत्ति जताई है। साथ ही विश्वविद्यालय की मौजूदा स्तिथि की भी जानकारी पत्र के माध्यम से धर्मेन्द्र प्रधान को दी गयी है।
धर्मेंद्र प्रधान को लिखे गए पत्र का मुख्य भाग |
छात्रो से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि वर्तमान कुलपति पर भी भ्रष्टाचार के आरोप है इसके पूर्व विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति प्रोफेसर अरविंद अग्रवाल को भी भ्रष्टाचार के आरोप में इस्तीफा देना पड़ा था कुलपतियों के विवाद का सीधा प्रभाव विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास पर पड़ता है। हमने देश के शिक्षामंत्री जी को पत्र लिखकर किसी निर्विवाद , अकादमिक अनुभवों से परिपूर्ण , नेतृत्व क्षमता में परंपरागत किसी बड़े शिक्षविद की मांग इस विश्वविद्यालय के लिए बतौर कुलपति किया है। सूत्रों की माने तो स्वतंत्रता दिवस के पूर्व ही महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में नए कुलपति की नियुक्ति कर दी जाएगी।