डेस्क: केरल के कोझिकोड में बड़ा विमान हादसा हुआ है. इसमें पायलट और को-पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई. दुबई के आया एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान लैंडिंग के वक्त फिसल गया और 35 फीट गहरी खाई में जा गिरा. इस हादसे में विमान के दो दुकड़े हो गए. हादसे में पायलट और को-पायलट की मौत हो गई. राहत एवं बचाव कार्य जारी है. मौके से मलबे को हटाया जा रहा है. स्थिति का जायजा लेने के लिए विदेश राज्यमंत्री कोझीकोड पहुंचे हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि इस हादसे में दो पायलटों समेत 18 लोगों की मौत हुई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. 127 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. शुक्रवार को कोझिकोड इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अगर विमान में आग लग गई होती तो हमारा काम और भी मुश्किल हो जाता. मैं हवाई अड्डे (करीपुर में कोझिकोड इंटरनेशनल एयरपोर्ट) जा रहा हूं.
कैसे हुआ हादसा
असल में, वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस AXB1344, बोइंग 737 दुबई से कोझीकोड आ रहा था. दुबई से 184 यात्रियों और 2 पायलट समेत क्रू के 6 सदस्यों को लेकर कोझिकोड पहुंचा एयर इंडिया का विमान रनवे को पार करता हुआ दीवार से टकराया और दो टुकड़ों में बंट गया. हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई. राहत और बचाव का काम शुरू हो गया.
डीजीसीए के डीजी के मुताबिक कम से कम 170 लोग सुरक्षित हैं. लेकिन विमान के पायलट और को-पायलट की इस हादसे में मौत हो गई. वहीं केबिन क्रू के चार सदस्य सुरक्षित बचा लिए गए. केरल के डीजीपी ने बताया कि 18 लोगों की मौत हुई है. कुछ लोग मलबे में भी फंस गए थे. हादसे की पुख्ता वजह जांच के बाद सामने आएगी लेकिन शुरुआती जानकारी के मुताबिक विमान रनवे को पार कर गया. विमान में 10 नवजात बच्चे भी सवार थे.
दरअसल, कोझिकोड का रनवे ज्यादा लंबा नहीं है. बताया जा रहा है कि विजिबिलिटी कम थी. भारी बारिश हो रही थी. रनवे पर भी पानी भरा था. ऐसे में दुबई से उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान शाम को करीब 7 बजकर 41 मिनट पर कोझिकोड पहुंचा था.
हादसा लैंडिंग के दौरान हुआ. हालांकि, गनीमत रही कि इस दौरान विमान में आग नहीं लगी. हादसे के फौरन बाद बचाव का काम शुरू कर दिया गया. सबसे पहले एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने रेस्क्यू का काम शुरू किया. कुछ देर बात एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात की जानकारी के लिए केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की.