मुजफ्फरपुर/पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने शनिवार को उत्तर बिहार के एईएस प्रभावित 11 जिलों के लिए 28 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एंबुलेंस के साथ ही विशेष उपकरणों से लैस 746 एईएस किट भी संबंधित जिलों को भेजे गए हैं। यह एईएस किट 11 जिलों के 366 केंद्रों को दिए जाएंगे।
राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि नौनिहालों को बचाना सरकार की प्राथमिकता है। एईएस से पीड़ित किसी भी बच्चे को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने की मुकम्मल तैयारी की गई है। इसके लिए विशेष तौर पर एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में देश का पहला एक सौ बेड वाला पीकू (पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। इसे अगले सप्ताह जनता की सेवा में समर्पित कर दिया जाएगा। साथ ही साथ बेड का नया इंसेफेलाइटिस वार्ड तैयार कर अस्पताल को सौंप दिया जाएगा। मंत्री पांडे ने कहा कि आने वाले मौसम में एईएस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारी की है।
15 डॉक्टर भेजे गए एसकेएमसीएच
स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों को समय पर इलाज उपलब्ध कराने को पीएमसीएच से डॉ परमेश्वर प्रसाद, डॉ दिलीप कुमार, डॉ भीमसेन कुमार, डॉ सुभाष चंद्र प्रसाद, डॉ प्रफुल्ल चंद्र कुमार, डॉ संतोष कुमार झा, डॉ राजेंद्र कृष्ण। एनएमसीएच से डॉ अशोक कुमार, डॉ सैयद आतिफ हसन, डॉ उमेश भारती, डॉ अखिलेश कुमार, डॉ रंजीत कुमार। दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से डॉ आशुतोष कुमार, डॉ विवेकानंद पॉल और डॉ मृदुल कुमार शुक्ला को एसकेएमसीएच में प्रतिनियुक्त किया है।