रांची। रांची नगर निगम (RMC) के आयुक्त संदीप सिंह के बेटे के दो जन्म प्रमाण पत्र होने का मामला सामने आया है। दोनों प्रमाण पत्रों में जन्मतिथि में 16 दिनों का अंतर है। दोनों ही प्रमाण पत्र रामगढ़ नगर परिषद से जारी किए गए हैं—पहले में जन्मतिथि 17 मई 2019 और दूसरे में 3 जून 2019 दर्ज है।
मामला उजागर होने के बाद संदीप सिंह ने सफाई देते हुए इसे “लिपिकीय भूल” बताया। उन्होंने कहा कि पहले जारी प्रमाण पत्र में जन्मतिथि गलत अंकित हो गई थी, जिसे सुधारने के लिए दूसरा प्रमाण पत्र बनवाया गया। उन्होंने रामगढ़ नगर परिषद से अनुरोध किया है कि पुराने प्रमाण पत्र को विधिवत निरस्त किया जाए।
कैसे हुआ मामला उजागर?
IAS अधिकारी संदीप सिंह के बेटे का पहला जन्म प्रमाण पत्र 24 दिसंबर 2019 को रामगढ़ नगर परिषद द्वारा जारी किया गया था, जिसमें जन्मतिथि 3 जून 2019 दर्ज थी। इसका रजिस्ट्रेशन भी इसी दिन हुआ था। इस प्रमाण पत्र में स्थायी पता गांधी नगर, कांके रोड, कांके लिखा गया था।
बाद में 11 जून 2021 को उनके बेटे के लिए एक और जन्म प्रमाण पत्र जारी किया गया, जिसमें जन्मतिथि 17 मई 2019 दर्ज थी। इस बार बच्चे का स्थायी पता छतर मांडू, रामगढ़ कैंटोनमेंट (सीबी) बताया गया, जो कि रामगढ़ उपायुक्त का सरकारी आवास है।
संशोधन की मांग
IAS अधिकारी संदीप सिंह ने बताया कि उनके बेटे के पहले जन्म प्रमाण पत्र में घरेलू नाम दर्ज था। जन्मतिथि में सुधार कराते समय आधिकारिक नाम को भी अपडेट कराया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि रामगढ़ नगर परिषद को पहले जारी जन्म प्रमाण पत्र को निरस्त करने के लिए लिखित अनुरोध भेज दिया गया है।
संजीव सिंह की प्रशासनिक पृष्ठभूमि
IAS संदीप सिंह पूर्व में साहिबगंज, रामगढ़ और धनबाद के उपायुक्त रह चुके हैं। फिलहाल वे रांची नगर निगम (RMC) के आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।
अब देखना यह होगा कि नगर परिषद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या प्रशासन इस तरह की गलतियों को रोकने के लिए कोई नई व्यवस्था लागू करेगा।