पटना. बिहार में बुधवार को लोकतंत्र का महापर्व है, जहां विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो रहा है. बिहार में अधिकांश सीटों पर शाम 6 बजे तक मतदान होना है. शुरुआती समय में मतदान की रफ्तार काफी धीमी है और कई इलाकों में वोटिंग की दर काफी कम है. वोटिंग के दौरान ही कुछ जगहों पर चुनाव के बहिष्कार की भी खबरें आ रही हैं.
पटना के पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के निरखपुर बहेड़िया गांव के लोगों ने लोकतंत्र के महापर्व का बहिष्कार किया है. बूथ नंबर 236 पर दिन के 10 बजे तक एक भी वोट पोल नहीं हो पाया था. ग्रामीणों ने रोड की मांग को लेकर नाराजगी जताते हुए अपने मतों का प्रयोग नहीं किया है. इस गांव के नजदीक तीन गांव के लगभग एक हज़ार वोटरों ने बूथ के बाहर बैनर लगा कर इस महापर्व का बहिष्कार किया है.
सुबह के सात बजे से ही पीठासीन पदाधिकारी समेत अन्य चुनाव कर्मी बैठे रहे, लेकिन वोटर नहीं आये. हालांकि, प्रशासन द्वारा लोगों को मनाने का प्रयास जारी है, लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे हैं. दरसअल, 70 साल के बाद भी इस गांव में सड़क नहीं बन सकी है, जिससे यहां के लोगों को काफी परेशानी होती है. पालीगंज, अरवल और जहानाबाद के सीमा पर स्थित यह गांव आजादी के बाद अभी विकास से कोसों दूर हैं. इस इलाके के विधायक फिलहाल जयवर्धन यादव हैं जो राजद में थे, लेकिन इस बार जेडीयू के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं.
दूसरी तरफ कैमूर से भी वोट के बहिष्कार की खबरें आई हैं. कैमूर जिला में भिट्टी गांव के ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया है. लोगों का कहना है कि अंडर पास नहीं तो वोट नहीं. इलाके के लोग पहले ही वोट बहिष्कार का बैनर लगा चुके थे. मोहनिया विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 156, 156क, 157, 158 पर कुल 4200 के करीब मतदाता है पर दिन के 10 बजे तक एक भी वोट पोल नहीं हो सका था. गांव पहुंचे अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.