पटना: बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीटों का मामला सुलझता हुआ नहीं दिख रहा है. बीजेपी ने जहां एलजेपी को 27 सीटें ऑफर की हैं वहीं, एलजेपी के प्रधान महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी ने इस पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि कार्यकर्ताओं की भावना है कि पार्टी चिन्हित किए गए 143 सीटों पर चुनाव लड़े. कार्यकर्ताओं की भावना को पार्टी के आलाकमान के साथ साझा किया गया है. तमाम एलजेपी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि बिहार में एलजेपी 143 सीटों पर चुनाव लड़े. साथ ही उन्होंने कहा है कि फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेना है लेकिन जो जन भावना है वो उन्हें बताया गया है.
पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा भी चिराग पासवान ही होंगे क्योंकि उनमें बेहतर नेतृत्व देने की क्षमता है. आपको बता दें कि चिराग पासवान की ओर से फिलहाल अभी तक बीजेपी के ऑफर पर कोई बयान नहीं दिया गया है. लेकिन पार्टी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने सीधे तौर पर बताया कि हम सब 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के सात निश्चय 2 का हम सब विरोध करते हैं क्योंकि यह सात निश्चय 2 सरकार की नहीं है. यह जेडीयू की है, जिसमें बीजेपी से भी सहमति नहीं ली गई है.
यह उम्मीद जताई जा रही है कि 1 तारीख तक एलजेपी में सभी चीजें साफ हो जाए अगर एलजेपी एनडीए में है तो उसकी भी सूचना आधिकारिक तौर पर हो जाए. हालांकि एनडीए में एलजेपी का रहना एलजेपी दफ्तर के अंदरखाने से कम संभावना नजर आ रही है. इस गठबंधन पर और उम्मीदवारों की सूची भी 1 अक्टूबर तक जारी कर दी जाएगी. बता दें कि एलजेपी बारंबार यह बात दोहरा रही है कि वह जेडीयू के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ना चाहती. पार्टी के संसदीय बोर्ड ने यह फैसला किया है कि वह अकेले ही चुनावी मैदान में जाए. 143 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा चल रही है. हालांकि, अंदरखाने जितनी भी खिचड़ी पक रही हो, अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का होगा.