Chhath Puja 2020: छठ का महापर्व आज से शुरू हो गया. यह पर्व चार दिनों का होता है. इस बार यह पर्व 18 नवंबर से 21 नवंबर तक चलेगा. छठी मइया को अर्घ्य देने के लिए भक्त 20 नवंबर की शाम को छठी घाट पहुंचकर पानी में उतरेंगे. इसके बाद 21 नवंबर की सुबह उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन किया जाएगा. छठ पर्व की शुरुआत नहाए-खाए से शुरू होती है. नहाय-खाय आज 18 नवंबर से शुरू हो गई. इसके बाद 19 नवंबर को खरना या लोहंडा मनाया जाएगा. इस दिन बेहद ही स्वादिष्ट गन्ने की रस की खीर बनाई जाती है.
छठ पर्व की तारीख
18 नवंबर 2020 दिन बुधवार को नहाय-खाय
19 नवंबर 2020 दिन गुरुवार को खरना
20 नवंबर 2020 दिन शुक्रवार को डूबते सूर्य का अर्घ्य
21 नवंबर 2020 दिन शनिवार को उगते सूर्य का अर्घ्य
18 नवंबर बुधवार
कार्तिक शुक्लपक्ष चतुर्थी रात -03:45 उपरांत पंचमी
श्री शुभ संवत -2077, शाके-1942, हिजरी सन -1441-42
सूर्योदय-06:38
सूर्यास्त-05:22
सूर्योदय कालीन नक्षत्र- मूल उपरांत पूर्वाषाढ़ा, धृति- योग, व- करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार- सूर्य-वृश्चिक,चंद्रमा-धनु,मंगल-मीन,बुध-तुला, गुरु- मकर, शुक्र- तुला, शनि- मकर, राहु -वृष, केतु- वृश्चिक
चौघड़िया
सुबह 06.01 से 7.30 बजे तक लाभ
सुबह 07.31 से 9.00 बजे तक अमृत
सुबह 09.01 से 10.30 बजे तक काल
सुबह 10.31 से 12.00 बजे तक शुभ
दोपहर 12.01 से 1.30 बजे तक रोग
दोपहर 01.31 से 03.00 बजे तक उद्वेग
दोपहर 03.01 से 04.30 बजे तक चर
शाम 04.31 से 06.00 बजे तक लाभ
राहुकाल 12 से 3 1:30 तक।
उपाय
गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं।आराधनाः ॐ गं गणपतये नमःखरीदारी के लिए
शुभ समयः शाम 04.31 से 06.00 बजे तक लाभ
दिशाशूल-ईशानकोण एवं उत्तर
।।अथ राशि फलम्।।
छठ पूजा में अर्घ्य देने का वैज्ञानिक महत्व
यह बात सभी को मालूम है कि सूरज की किरणों से शरीर को विटामिन डी मिलती है और उगते सूर्य की किरणों के फायदेमंद और कुछ भी नहीं. इसीलिए सदियों से सूर्य नमस्कार को बहुत लाभकारी बताया गया. वहीं, प्रिज्म के सिद्धांत के अनुसार सुबह की सूरज की रोशनी से मिलने वाले विटामिन डी से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है और स्किन से जुड़ी सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं.