पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले चरण के मतदान के साथ ही बुधवार को बिहार सरकार के आठ मौजूदा मंत्रियों की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो गयी। इस चरण में जो मंत्री चुनाव मैदान में थे उनमें जहानाबाद से कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, बांका से रामनारायण मंडल, जमालपुर से शैलेश कुमार, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, राजपुर से संतोष निराला, चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद, दिनारा से जयकुमार सिंह और गया टाउन से प्रेम कुमार शामिल हैं। इन आठ में चार जदयू जबकि चार भाजपा के सिम्बल पर चुनाव लड़ रहे थे।
कृष्णनंदन वर्मा के खिलाफ महागठबंधन से राजद प्रत्याशी और वर्तमान विधायक सुदय यादव मैदान में हैं जबकि लोजपा ने इंदू कश्यप को उतारा है। गया टाउन से भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार के मुकाबले कांग्रेस के अखौरी नाथ मैदान में हैं। जमालपुर से मंत्री शैलेश कुमार के सामने कांग्रेस ने डा. अजय कुमार जबकि लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा को कांग्रेस के ही अमरीश कुमार टक्कर दे रहे हैं। चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद के सामने कांग्रेस के प्रकाश कुमार सिंह मैदान में हैं। दिनारा से चुनाव लड़ रहे जयकुमार सिंह के खिलाफ महागठबंधन ने विजय मंडल को उतारा है। यहां लोजपा के टिकट पर उतरे भाजपा के बागी राजेन्द्र सिंह लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया।
बांका से लड़ रहे मंत्री रामनारायण मंडल के सामने राजद की ओर से जावेद अंसारी मैदान में थे। पहले चरण में इन आठ मंत्रियों के अलावा जनता ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की किस्मत का भी फैसला बुधवार को कर दिया। इमामगंज (सु) सीट से चुनाव लड़ने वाले मांझी की लड़ाई पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी से है जो राजद के सिम्बल पर मैदान में हैं।