नई दिल्ली: बिहार चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है. लेकिन इस बार का बिहार चुनाव पिछले चुनावों से काफी अलग होगा. इसका कारण है कोरोना महामारी. कोरोना वायरस फैलने के बाद देश में पहली बार किसी राज्य में चुनाव होने जा रहा है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करना चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती है. इसके लिए आयोग ने कुछ नियमों में बदलाव किया है. आइए जानते हैं क्या है नियम….
- हर मतदान केंद्र पर सिर्फ एक हजार मतदाता ही वोट देंगे. मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर से लेकर सभी तरह की व्यवस्थाएं रहेंगी.
- मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है. अब सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होंगे.
- कोरोना से संक्रमित मरीज मतदान के आखिरी घंटे में अपने संबंधित मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में वोट डाल सकेंगे.
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सात लाख सैनिटाइजर, 6 लाख फेस शील्ड और 46 लाख मास्क का इंतजाम रहेगा.
- चुनाव प्रचार के दौरान जनसभाओं में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा.
- नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार के साथ दो लोग जा सकते हैं. उम्मीदवार को मिलाकर 5 लोग घर-घर जाकर कैंपेनिंग कर सकते हैं.
- नामांकन के लिए 2 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे उम्मीदवार
- कोरोना के कारण इस बार ऑनलाइन नामांकन भी हो सकेंगे, लेकिन उम्मीदवारों को नामांकन का प्रिंटआउट जमा करना होगा.
तीन चरणों में होगा बिहार विधानसभा का चुनाव
बिहार में तीन चरणों में 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव का आयोजन किया जाएगा. बिहार में पहले चरण के मतदान 28 अक्टूबर को होंगे. दूसरे चरण के मतदान 3 नवंबर को होंगे. तीसरे चरण के मतदान 7 नवंबर को होंगे और मतगणना 10 नवंबर को होगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, बिहार विधानसभा चुनाव कोविड-19 के मौजूदा हालात में दुनियाभर में होने वाले सबसे बड़े चुनावों में से एक होंगे. महामारी ने जीवन के सभी पहलुओं में नयी स्थितियां पैदा कर दी हैं, बिहार चुनाव नए सुरक्षा दिशा-निर्देशों के तहत होंगे.