पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस की इस लिस्ट में 49 नाम शामिल हैं. कांग्रेस बिहार चुनाव में महागठबंधन का हिस्सा है और वह 70 सीट पर चुनाव लड़ रही है. महागठबंधन में राजद (RJD) के बाद कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. पार्टी उम्मीदवारों की आखिरी सूची में जाने-माने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव की पुत्री सुभाषिनी के नाम भी शामिल हैं. लव को बांकीपुर और सुभाषिनी को बिहारीगंज से टिकट मिला है. यही नहीं, कांग्रेस ने हाल ही में पार्टी का दामन थामने वाले काली पांडेय (Kali Pandey) को भी टिकट दी है. इसके अलावा कांग्रेस ने वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए प्रवेश कुमार मिश्रा को मैदान में उतारा है.
काली पांडेय को भी मिला टिकट
कांग्रेस ने हाल ही में पार्टी का दामन थामने वाले काली पांडेय (Kali Pandey) को कुचायकोट से टिकट दी है. जबकि काली पांडेय ने कांग्रेस में वापसी करते हुए पार्टी को अपना घर बताते हुए कहा था कि मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. 1984 में विधायक बना था. राजीव गांधी का अट्रैक्शन था, इसलिए उनका साथ दिया. पहले भी मैं कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुका हूं. ये मेरा पुराना घर है, खुशी है कि अपने घर वापस आ रहा हूं.’ आपको बता दें कि काली पांडेय को बाहुबली विधायक के तौर पर जाना जाता रहा है. कांग्रेस के अलावा वो दूसरी पार्टियों में भी रहे हैं.
कांग्रेस में मचा था बवाल
बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा से पहले बिहार की राजनीति में नया सियासी बवाल खड़ा हो गया था. बिहार में चल रही एक खबर के मुताबिक, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में अनियमितताओं के बाद तीन वरिष्ठ नेताओं को चयन समिति से हटा दिया, जिसमें बिहार कांग्रेस प्रमुख मदन मोहन झा, सीएलपी नेता सदानंद सिंह और चुनाव अभियान के नेता अखिलेश प्रसाद सिंह हैं. कांग्रेस इन खबरों का खंडन करना पड़ा था. कांग्रेस पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अभिनाश पांडे ने खबर का खंडन करते हुए ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से ऐसी खबरों का खंडन कर रही है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विश्वसनीय और जिम्मेदार संगठन ने इस भ्रामक जानकारी को एआईसीसी( AICC) के अधिकारियों के साथ सत्यापित किए बिना प्रसारित किया है.