● उर्स के पाक मौके पर रौनक के बीच पूरा माहौल बना रहा भक्तिमय
● रंग बिरंगी रोशनी व फूलों से सजाई गई मजार का मनोरम दृश्य देखते ही बना
● अकीदतमंदों ने मजार पर मत्था टेका व अमनोचैन की मांगी दुआएं
● बाबा की मजार पर सच्चे मन से मांगी मन्नतें होती हैं पूरी
रिपोर्ट- सूरज कुमार राठी
जगदीशपुर (भोजपुर)। नगर पंचायत, जगदीशपुर के ऐतिहासिक वीर कुंवर सिंह किला परिसर स्थित हजरत दाता करीम शाह रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स के पाक अवसर पर शनिवार को रौनक के बीच पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा। सालाना उर्स को लेकर मजार कमेटी द्वारा शहीद बाबा के पवित्र मजार को काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया। रंग बिरंगी रोशनी व फूलों से सजाई गई पवित्र मजार का मनोरम दृश्य देखते ही बन रहा था। सालाना उर्स की शुरूआत अहले सुबह गुसल मजार-ए-मुबारक के साथ की गई। इसके पश्चात निशान पोसी, कुरान ख्वानी, गुसलखानी, परचम कुसाई व फतिहां हुआ। तत्पश्चात देर शाम असर की नमाज़ के बाद बड़ी मस्जिद से मुस्लिम समुदाय के लोग समाजिक दूरी का पालन करते हुए चादरपोशी के लिए निकले, जो मस्जिद से चलकर मंगरी चौक व मुख्य चौराहा होते हुए वीर कुंवर सिंह किला परिसर स्थित मजार के पास पहुंचे, जहां पवित्र मजार पर चादरपोशी की व दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्ति और अमन-चैन की दुआ मांगी। उर्स के मौके पर देरशाम तक एनडीए प्रत्याशी रही सुषुमलता कुशवाहा, मुसलमान व हिन्दू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने चादरपोशी की। अकीदतमंदों ने मजार पर मत्था टेका व अमनोचैन की दुआएं मांगी। लोगों के बीच शिरनी के रूप में खीचड़ा व खुरमा बांटा गया। मान्यता है कि बाबा की मजार पर सच्चे मन से मांगी मन्नतें जरूर पूरी होती हैं। इसके अलावा रात के समय मजार परिसर पर मिलादुन्नबी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उर्स के पाक अवसर पर सभी धर्म-मजहब के लोग शामिल हुए। मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना इमाम रिजवान अहमद व मौलाना हरिफ ने कहा कि सभी मानव जाति एक ही मालिक की नेमत है। जिसे कई नामो, रूपों में पूजा इबादत किया जाता है। उर्स के आयोजन में ताजिया कमेटी के अध्यक्ष बाबूदिन अंसारी, मुस्तफा कमाल पाशा, मुमताज वारसी, इलियास अंसारी, इलियास मंसूरी, शहजादा खान व जहांगीर आलम सहित सभी सदस्यों ने सक्रिय योगदान दिया।