मृत युवक के परिजनों द्वारा बताया जाता है कि शाहपुर प्रखंड के सहजौली पंचायत के रतनपुरा गांव निवासी मृतक मंगरु पासवान पिता पन्नालाल पासवान आज दवा लेने के लिए शाहपुर स्थित अशोक मेडिको एजेंसी पर पहुंचे और मौसमी बुखार के लिए दवा की मांग की उक्त संचालक के द्वारा दवा के जगह इंजेक्शन दिया गया जिसके चलते इंजेक्शन लेते हैं तत्काल मंगरू पासवान बेहोश हो गए और जल्द ही उनकी मृत्यु हो गई ,परिजनों ने आनन-फानन में शाहपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गुस्साए परिजनों व क्षेत्र के ग्रामीणों ने पंजाब नेशनल बैंक शाहपुर के सामने एनएच 84 पर जाम लगाकर आवागमन को अवरुद्ध कर दिया ग्रामीणों सहित परिजनों का आरोप है कि शाहपुर थाना इस मामले में उदासीन रवैया अपना रही है मृतक के मृत्यु के पश्चात तुरंत ही शाहपुर थाना को इस मामले की सूचना दी गई तदोपरांत शाहपुर थाने के द्वारा कोई एक्शन इस अशोक मेडिको संचालक बबलू के ऊपर नहीं लिया गया जिससे स्थिति में परिजनों द्वारा घण्टों सड़क जाम किया गया। तब जाकर पुलिस आई और युवक को शव उठाकर आरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।आपको बता दें कि इसी तरह के मामले में 2016 में अशोक मेडिको एजेंसी को उस वक्त के तत्कालीन ड्रग इंस्पेक्टर श्री सच्चिदानंद प्रसाद विक्रांत के द्वारा इस दुकान को सील किया गया था और इसका निबंधन रद्द किया गया तनु पश्चात अधिकारिक साठगांठ के द्वारा तत्काल ही इसने पुनः लाइसेंस निर्गत करा लिया और अपनी झोलाछाप की दुकानदारी को अनवरत चालू रखा जो कि आज एक दलित परिवार के जान लेकर मानवता को शर्मसार किया !
भोजपुर: (तारकेश्वर प्रसाद) बिहार के भोजपुर जिले में एक युवक की मौत के मामले में झोलाछाप डॉक्टर पर उंगलियां उठ रही हैं। मृतक के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि बाइक चलाकर उनका भतीजा झोलाछाप को दिखाने गया था। जहां उसने इंजेक्शन जैसे ही लगाई। कुछ देर में युवक की मौत हो गई । पूरा मामला बतादे कि आरा मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर स्थित शाहपुर प्रखंड की है। जहाँ अशोक मेडिको एजेंसी के मालिक संचालक बबलू बिना अनुभव व डिग्री के अपने मेडिकल का दुकान बरसों से चला रहा है ,इस निजी क्लिनिक के बिना अनुभव के कारण एक युवक की जान चली गई है।