बेगूसराय: हरेराम दास – बेगूसराय में निजी बस संचालकों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आज से सरकार के विरुद्ध आंदोलन छेड़ दिया गया है । लॉकडाउन बढ़ने के बाद व्यवसायियों में आक्रोश है । इसको लेकर शहर के ट्रैफिक चौक पर जहां जाम कर व्यवसायियों ने विरोध किया वहीं मुख्य बाजार में भी व्यवसायियों ने दुकान खोलने को लेकर हंगामा किया। इस बीच बसों के परिचालन बाधित रहने से बस मालिकों ने भी बैठक कर विरोध करने का निर्णय लिया और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल बेगूसराय में कोरोना मरीजों की संख्या साढ़े 4 हजार 5 सौ के करीब पहुंच गई है वैसे में बिहार सरकार के आदेश के बाद बेगूसराय में भी 6 सितंबर तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया है। लॉकडाउन बढ़ने से व्यवसायियों में आक्रोश है
बस संचालकों का कहना है कि पिछले 23 मार्च से सरकार के द्वारा लॉकडाउन लगाया गया जिसमें गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दी गई । लेकिन रोड टैक्स, इंश्योरेंस एवं अन्य तमाम तरह के टैक्स बस संचालकों को भरना पड़ रहा है ,जिसमें प्रत्येक वाहन 5 से 6 लाख रुपया बस संचालकों को जमा करना पड़ा। आलम यह है कि अब बस संचालक भूखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं क्योंकि रोजगार ठप रहने से और टेक्स शुरू रहने से बस संचालकों पर अतिरिक्त बोझ आ रहा है ।
बस संचालकों ने मांग किया है कि सरकार के द्वारा लॉकडाउन की अवधि में जो भी टैक्स जमा करवाए गए हैं उन्हें दिसंबर में से मान्य किया जाए और अब किसी भी प्रकार का टेक्स सरकार के द्वारा वसूल नहीं की जाए। बस संचालकों ने धमकी देते हुए कहा है कि अब बस संचालक के समक्ष आत्महत्या या आत्मदाह के सिवा दूसरा कोई उपाय नहीं है अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती तो बस संचालक अपनी अपनी गाड़ियों को डीएम कार्यालय के समक्ष लगाकर छोड़ देंगे ।