पटना: लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोबारा पत्र लिखकर जेईई और नीट परीक्षा को लेकर राज्य के छात्रों की परेशानियों से केन्द्र को अवगत कराने का आग्रह किया है।
उन्होंने पत्र में इस पर आश्चर्य जताया है कि सरकार ने इस मसले पर अबतक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा तक नहीं की है। कहा है कि सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने बताया कि अब तक किसी से बात नहीं हुई है।
चिराग ने कहा है कि सरकार के इस रवैये से बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ेगा। राज्य में इन परीक्षाओं का केन्द्र कम है। ऐसे में छोत्रों को लंबी दूरी तय करना होगा। राज्य में ऐसे छात्र कम है जो रिजर्व वाहन से यात्रा कर सकें। सरकार को उनकी परेशानियों से केन्द्र सरकार को अवगत कराना चाहिए।
जेईई एडवांस की परीक्षा में अभी एक माह का समय है। यह परीक्षा 27 सितंबर को होनी है पर कोविड को देखते हुए देश के सभी 23 आईआईटी अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। सभी आईआईटी ने मिलकर एक विशेष एसओपी करने में लगे हैं। इसे लेकर एक बैठक भी हो चुकी है। इसमें तय हुआ है कि परीक्षा केंद्र पर यदि किसी छात्र में हल्का सा भी कोविड-19 के लक्षण दिखता है तो उसे आइसोलेशन कमरे में बैठाकर परीक्षा ली जाएगी। छात्र आराम से परीक्षा देंगे। बैठक में तय हुआ कि सभी परीक्षा केंद्र में आइसोलेशन कमरे बनाए जायेंगे। ताकि छात्रों को बेहतर तरीके से परीक्षा दिलायी जा सके।
इस बार परीक्षा कराने की जिम्मेवारी आईआईटी दिल्ली को दी गई है। जेईई एडवांस के चेयरमैन प्रो. सिद्धार्थ पांडेय ने छात्रों और अभिभावकों को भरोसा दिलाया है कि परीक्षा बेहतर तरीके से आयोजित होगी। परीक्षा केंद्र में आईआईटी के सीनियर अधिकारी स्वयं मौजूद रहेंगे, ताकि किसी को कोई दिक्कत या परेशानी न हो। संक्रमण बचाव में किन नियमों का पालन करना है, उसके लिए एसओपी जारी की जा रही है। केंद्र में एक छात्र से दूसरे छात्र के बीच छह फीट की दूरी को बनाये रखने के लिए बीच में दो कंप्यूटर खाली रहेंगे।