बिहार चुनाव को लेकर सबकी धड़कनें तेज हो गई हैं। आज चुनाव आयोग ने दिल्ली में दोपहर 12:30 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग क्या बताने जा रहा है ये अभी पता नहीं चला है। लेकिन माना जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
चुनाव आयोग दोपहर 12:30 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इस दौरान चुनाव आयोग बिहार चुनाव के साथ 65 उपचुनावों की घोषणा भी कर देगा। सूत्रों के मुताबिक अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में बिहार में पहले चरण का मतदान होगा। दरअसल इससे पहले ही चुनाव आयोग ये साफ कर चुका है कि 29 नवंबर तक बिहार विधानसभा चुनाव और सारे उपचुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। इसी के फौरन बाद चुनाव आयोग की दो सदस्यीय टीम ने बिहार का दौरा भी किया था। इस दौरे में उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन और चन्द्रभूषण कुमार की टीम ने पटना में बैठक और भागलपुर का दौरा भी किया था। इसी के बाद ये तय माना जाने लगा था कि बिहार चुनाव को लेकर आयोग की तैयारी पूरी हो चुकी है।
निर्वाचन आयोग ने कोरोना काल में चुनाव संचालित करने को लेकर नए दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं। इसी के साथ बिहार पहला राज्य बन गया है जहां कोरोना के दौरान विधानसभा चुनाव होंगे। मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के उपचुनाव भी इसके साथ ही कराए जाएंगे। ये चुनाव अपेक्षित समय पर और इन दिशा-निर्देशों के अनुरूप हुए तो निश्चित रूप से मतदाताओं और राजनीतिक दलों के लिए यह बिल्कुल नया चुनावी अनुभव साबित होगा।
चुनाव आयोग ने अपनी गाइडलाइंस में साफ किया है कि नामांकन के समय किसी भी प्रत्याशी के साथ दो से ज्यादा लोग मौजूद नहीं रहेंगे। घर-घर जाकर प्रचार करने का काम पांच से ज्यादा लोगों का समूह नहीं कर सकता। रोड शो में पांच से ज्यादा वाहन नहीं हो सकते। वोटरों को भी वोटिंग के दौरान ग्लव्स दिए जाने और कोरोना संक्रमित वोटरों के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। जाहिर है, ये तमाम निर्देश महत्वपूर्ण हैं और कोरोना के दौरान चुनाव संचालित करने के खतरों को कम करने के लिए जरूरी हैं। लेकिन इन निर्देशों में वर्चुअल रैलियों का कोई जिक्र नहीं है, जिन्हें बिहार में पहले ही आजमाया जा चुका है।