अमरजीत सिंह
भागलपुर : कहलगांव में पुलिस प्रसासन पंगु हो गईं है. शहर के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह के घर पिछले 24 जून को हुए भीषण डकैती कांड की गुत्थी पुलिस अबतक सुलझा भी नहीं सकी है कि 18 दिनों बाद बेलगाम अपराधियों ने शहर के हृदय स्थल में दूसरी वारदात को अंजाम दे डाला. हाट रोड स्थित पुरानी रजिस्ट्री ऑफिस परिसर में किराये के मकान में संचालित उत्कर्ष स्मॉल फाइनांस बैंक में भीषण लूटकांड को अंजाम दिया गया उत्कर्ष स्मॉल फाइनांस बैंक से हथियारबंद अपराधियों ने चार लाख पच्चास हज़ार रूपये की लूट की।
आधा दर्जन अपराधियों ने पिस्तौल की नोंक पर लूटकांड को दिया अंजाम। लूटकांड को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने दो राउंड फायर भी किये। बताते चलें कि सभी अपराधी 20 से 25 साल के युवक थे।
धटना को अपराधियों ने 15 मिनटों के अंदर कर दिया अपराधियों ने बैंक कर्मियों के पांच मोबाइल भी ले लिया। पिस्तौल की बट से अपराधियों ने तीन कर्मचारियों पर वार किया जिसमें से कैशियर गुलशन कुमार घायल हो गया जिसे अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया तो क्रेडिट ऑफिसर हिमांशू कुमार और ब्रांच मैनेजर जयप्रकाश दास चोटिल हो गये। वहीं रिजनल हेड कृष्णदेव तिवारी भी चोटिल हुए हैं।अपराधियों ने लूटकांड को अंजाम देने के बाद जाते समय दो राउंड फायर भी किये।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ रेशू कृष्णा और कहलगांव थानाध्यक्ष श्रीकांत भारती मौके पर पहुंचे तथा मामले की जांच की। वहीं एसडीपीओ ने घटना की पुष्टि करते बताया कि सभी अपराधी जवान थे तथा सभी के हाथ में पिस्तौल थे। उन्होने बताया कि सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। लूटी गई रकम के बारे में जानकारी ली जा रही है। वहीं बैंक के शाखा प्रबंधक जयप्रकाश कुमार दास ने बताया कि करीब 7.05 बजे संध्या पांच छह हथियारबंद अपराधी बैंक में घुसे तथा बैंक का प्रवेश द्वार बंद कर लूटकांड को अंजाम दिया और करीब चार लाख रूपये की लूट कर ली गई।
बैंक के कलेक्टिंग एजेंट द्वारा राशि संग्रह कर लाया गया था जिसे कैश काउंटर पर जमा करने की प्रक्रिया चल रही थी कि इसी क्रम में अपराधी बैंक में घुस गये। सभी अपराधी 20 से 25 साल उम्र के थे। लूटकांड को अंजाम देने के बाद फायर करते भाग गया। हांलाकि कर्मचारियों ने भाग रहे अपराधियों पर पथराव भी किया जिसमें एक अपराधी के घायल होने का भी अंदेशा है। सभी अपराधी सड़क पर खड़ी चार बाइकों से भाग खड़ा हुआ। एक अपराधी हेलमेट पहने था तो बांकि के चेहरे खुले थे। पुलिस ने जांच के लिये दर्जनभर कर्मचारियों के मोबाइल भी जब्त किये हैं।