रिपोर्ट:-विकास सिंह
आरा:-भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बिंदगांवा गांव के सोन नदी घाट पर रविवार को पुलिस स्वर्ण घाट पहुंचे थे जहां सुबह से लेकर शाम तक छापेमारी चल रही थी।घाट किनारे लगी नावों को पुलिस के द्वारा नदी के बीचोबीच ले जाकर तोड़ने की कार्यवाही से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।जिसके बाद पुलिस को मौके से अपनी सुरक्षा देखते हुए फौरन आरा लौटना पड़ा।
अचानक घटी इस घटना से मौके पर अफरातफरी का माहौल कायम हो गया।इस बीच ग्रामीणों ने घाट पर लगी पुलिस की गाड़ियों को भी ईंट-पत्थर से क्षतिग्रस्त कर दिया जिसमें तकरीबन 4 गाड़ियों का कांच टूट गया।हालात बेकाबू होता देख पुलिस ग्रामीणों से वार्ता कर वापस लौट गई।दरअसल बड़हरा के बिंदगांवा में बड़हरा सहित आसपास के थानों की भारी संख्या में पहुंची पुलिस बालू के अवैध खनन की रोकथाम के लिए बिंदगांवा सोन नदी घाट पर लगी नावों को सोन नदी के बीचोबीच ले जाकर उन्हें तोड़ नदी में डूबा रही थी जिससे स्थानीय ग्रामीण नाराज हो गए।पुलिस की बर्बरता की कार्यवाई से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस के साथ वार्ता भी किया लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं थी।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने पुलिस को उनकी नावों को बालू खनन और परिचालन में न होने की बात कहते हुए उन्हें रोका लेकिन पुलिस ने नावों को घाट से खोल उन्हें डुबाना जारी रखा था। पुलिस के द्वारा लगभग तीन नाव को डूबा दिया गया था। जिससे ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस की गाड़ियों को ईंट-पत्थर से क्षतिग्रस्त कर दिया।वहीं ग्रामीणों के गुस्से को देख पुलिस उल्टे पांव लौट गई।घटना की सूचना मिलते ही मौके के लिए आरा एसडीपीओ विनोद कुमार अपने दल बल के साथ रवाना हो गए थे।भोजपुर पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने बताया कि अवैध खनन को रोक-थाम करने हेतु पुलिस बड़हरा थाना क्षेत्र के बिंदगावां सोन नदी घाट पर पहुंची थी जहां सुबह 8:00 बजे से देर शाम तक छापेमारी चल रही थी इसी दरमियान ग्रामीणों के द्वारा पुलिस बल पर हमला कर दिया गया,जिसमें पुलिस गाड़ी को ईट पत्थर से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध खनन में शामिल 21 लोगों को और पुलिस टीम पर हमला में संलिप्त एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए सभी को जेल भेजने की तैयारी में जुटी हुई है और बाकी लोगों को गिरफ्तार करने हेतु लगातार छापेमारी अभियान चलाया जाएगा और सभी को पकड़कर जेल के अंदर भेज दिया जाएगा।