समस्तीपुर : गंगा और बाया नदी में उफान जारी है। जिससे दोनों प्रखंडों के एक दर्जन से अधिक पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कई गांवों को चारो ओर से बाढ़ का पानी घेर लिया है। इससे उन गांवों का जनजीवन प्रभावित हो गया है। पीड़ित परिवार किसी प्रकार अपने परिवार का भरण पोषण करने में जुटे है। गंगा नदी में वृद्वि के कारण हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो चुका है। गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्वि से बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे है।
लोग ऊंचे एवं सुरक्षित स्थलों की तलाश में भटक रहे है। माल मवेशी के साथ पलायन कर रहे पशुपालकों ने बताया कि जहां सुरक्षित जगह मिलेगी वहीं माल मवेशी को रखेंगे। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1 मीटर 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। गंगा नदी का जलस्तर मंगलवार को 47.20 मीटर मापी गई,जो खतरे के निशान 45.50 मीटर से 1 मीटर 70 सेंटीमीटर ऊपर है। जलस्तर में वृद्वि से प्रखंड क्षेत्र के कई सड़को पर पानी का प्रवेश कर गया, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। उन जगहों पर सरकारी तौर पर नाव की व्यवस्था की गई है।प्रभावित पंचायतों में मोहिउद्दीननगर-रासपुर पतसिया पूरब व पश्चिम, दुबहा, बोचहा, तेतारपुर, महमद्वीपुर, कुरसाहा, हरैल तथा विष्णपुर बेरी पंचायत मोहनपुर प्रखंड के राजपुर जौनापुर, डुमरी दक्षिणी, धरनीपट्टी उतरी व दक्षिणी और बघड़ा पंचायत के एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही जलवृद्धि के कारण कई स्कूलों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इस कारण बीईओ डा मधुकर प्रसाद सिंह ने विद्यालय को दूसरे विधालय में शिफ्ट कर दिया है। शिफ्ट होने वाले विद्यालयों में प्रा. विद्यालय महावीर स्थान चकला,कन्या विद्यालय सुलतानपुर, हाई स्कूल सुलतानपुर,प्रा विद्यालय हजरतपुर, प्राथमिक विद्यालय जगीरा,तथा प्रा विद्यालय सुलतानपुर शामिल है।संभावित बाढ़ के मद्देनजर बांध में होने वाले कटाव को रोकने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। हाजीपुर-बाजीदपुर बांध के रिसाव वाले स्थलों पर मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है। साथ ही जगह-जगह कटाव निरोधक वस्तु को रखा जा रहा है। एसडीओ सुनील दत सिंह एवं जेई जल संसाधन विभाग अरूण कुमार सिंह व अशोक आलोक ने बताया कि बांध वाले सड़क में रिसाव का डर था,जिसे देखते हुए कटाव निरोधक कार्य आरंभ किया गया है।