भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी अनुसंधान परिषद पटना द्वारा पूर्वी चंपारण के चिरैया ब्लॉक के दीपहि गांव में धान खेती पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सह प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान कोष की परियोजना के अंतर्गत किया गया जिसमें संस्थान द्वारा विकसित तीन किस्मे स्वर्ण सरैया, स्वर्ण समृद्धि, और स्वर्ण शक्ति के अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन को किसानों के खेतों पर वैज्ञानिको द्वारा निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर इन किस्मो के ब्रीडर डॉ संतोष और अन्य वैज्ञानिक डॉ अनिर्बन मुखर्जी,डॉ धीरज कुमार,डॉ ठाकुर महतो ने सभी किसानों के साथ विचार विमर्श करते हुए किसानों के सभी प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
किसानों के द्वारा यह भी बताया गया है की तीनों किस्मे स्थानीय किस्मो के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रही है। इस वर्ष बाढ़ आने के कारण क्षेत्र में धान की फसल को नुकसान भी हुआ है । किसानों ने खेत पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के दौरान स्पष्ट रूप से देखा कि स्वर्ण सरैया किस्म में कोई बीमारी नही आई थी जबकी दूसरे खेत में स्थानीय किस्मो में बीमारी आ गई थी।इस कार्यक्रम के दौरान डॉ संतोष कुमार ने धान के बीज उत्पादन पर व्याख्यान दिया।इस कार्यक्रम सोमेश्वर नाथ कृषि उत्पादन तथा चंपारण कृषक प्रोड्यूसर कंपनी के सहयोग से हुआ।