पटना डेस्क (प्रकाश राज) । साल 2012 की बात है, तब बिहारियों को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के एक बयान पर बवाल मच गया था। 1 सितंबर 2012 को ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र से बिहारियों को खदेड़ देंगे। ठाकरे ने बिहारियों को घुसपैठ तक बोल दिया था, तब बातें सामने आई थी की ठाकरे के दिल में बिहारियों के लिए कितनी नफरत है, लेकिन बिहार की एक डीजी साहिबा भी क्या राज ठाकरे के राह पर चल रही है, ये सवाल भी अब उठ रहे है।
दरअसल बिहार कैडर की सीनियर आईपीएस अधिकारी व बिहार होमगार्ड & फायर सर्विसेज की डीजी शोभा अहोतकर के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगो का गुस्सा फूट पड़ा है। डीजी शोभा अहोतकर पर आरोप है की वो चुन – चुन कर बिहारी आईपीएस अधिकारियों को टारगेट कर रही है और उसे गालियां रही है। डीजी अहोतकर भी मूल रूप से मराठी है। डीजी शोभा अहोतकार के निशाने पर जब आईपीएस विकास वैभव आए, फिर विकाश वैभव ने मैडल की पोल ट्विट के माध्यम से खोल दी। ट्विटर पर BIHAR WITH VIKASH VAIBHAV IPS कल से ही ट्रेंड कर रहा है, अबतक लगभग 12 हजार बिहारियों ने आईपीएस विकास वैभव के पक्ष में ट्विट किया है और शोभा अहोतकर के खिलाफ सरकार से कार्यवाई की मांग किया है।
क्या है पूरा मामला
9 फरवरी के आधी रात को 1:43AM पर विकास वैभव, आईजी होमगार्ड & फायर सर्विस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया , अपने ट्वीट में विकास वैभव ने अपने सीनियर आईपीएस अधिकारी व डीजी शोभा अहोतकर पर गंभीर आरोप लगाए, आईपीएस विकास वैभव ने फेसबुक पर भी एक पोस्ट लिखा जिसमे आईपीएस विकास वैभव ने लिखा की येकांत में पत्नी और मां को संबोधित कर डीजी मैडम ने गाली दी। आईपीएस ने एक और पोस्ट लिखा जिनसे उन्होंने लिखा की दुख बहुत हुआ की बिहारी कहकर गाली दी गई। हालांकि कुछ ही देर बाद आईपीएस वैभव के द्वारा पोस्ट डिलीट कर दी गई लेकिन विकास वैभव के ट्वीट पर बवाल मच गया।
डीजी साहिबा गलियां रही है, अधिकारी बेहोश तक हो रहे
डीजी शोभा अहोतकर के खिलाफ और भी गंभीर आरोप लगे है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 20 जनवरी को डीजी ने एक डीआईजी को इतना टॉर्चर किया और गालियां दी कि वे बैठक में ही बेहोश हो गये। डीआईजी करीब 45 मिनट तक बेहोश रहे। वही वहां तैनात एक एसपी को गालियां देने के साथ-साथ पीटने के लिये हाथ उठाने की भी बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक होमगार्ड के अधिकारियों ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखित तौर पर पहले ही इन बातों की जानकारी दी थी। लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
छुट्टी का आवेदन खारिज, सो कॉज नोटिस जारी
आईपीएस विकास वैभव डीजी शोभा अहोतकर के गाली से काफी आहत है और उनका मन द्रवित है, आईपीएस वैभव ने 60 दिनों के छुट्टी के लिए आवेदन दिया था लेकिन उसे खारिज करने की अनुसंसा डीजी शोभा अहोतकर के द्वारा अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख किया गया है, साथ आईपीएस विकास वैभव को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण को लेकर भी नोटिस डीजी शोभा अहोतकर के द्वारा दी गई है।
जदयू विधायक की मांग, सरकार अविलंब करें निलंबित
सत्तारूढ़ दल जदयू के विधायक संजीव कुमार ने अपने ही सरकार से ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाई की मांग की है जो बिहारी स्मिता को आघात पहुंचाते है,
संजीव कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा – जो अधिकारी बिहार के नहीं है और बिहार में काम करते हुए बिहारी अस्मिता को आघात पहुँचाते है और बिहारी को गाली देते हैं उनपे बिहार सरकार को अविलंब कार्यवाही करनी चाहिए । के के पाठक जैसे साइको और श्रीमती सोभा अहोतकर जैसे आईपीएस को अविलंब निलंबित करना चाहिए।@NitishKumar @PMOIndia
ईमानदारी के साथ मां बहन की गाली फ्री है क्या ?
वही मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने भी इसको लेकर नीतीश सरकार से सवाल पूछा है, बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने सरकार से ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाई की भी मांग की है।
ट्वीट करते हुए लिखा – IAS के०के०पाठक ने मानसिक तनाव व कुंठा में होने का सबूत दिया था।
अब IPS शोभा ओहोतकर के घोर मानसिक तनाव व कुंठा में होने की बात सामने आई है।
सीएम नीतीशजी ऐसे बदजुबान व कुंठाग्रस्त अफसरों का ईलाज कराएं या बर्खास्त करें।
ईमानदारी के साथ माँ-बहन की गाली फ्री है क्या? #बिहार #Bihar
विकास के नाम कई उपलब्धियां, अहोतकर भी हंटर वाली
2003 बैच के आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के नाम पर कई बड़ी उपलब्धियां है, विकास वैभव बतौर एसपी, एसएसपी, डीआईजी जहां भी पोस्टेड रहे उनका कार्यकाल उपलब्धियों को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहा, बाहुबली विधायक अनंत सिंह को 2012 में विकास वैभव ने पटना में गिरफ्तार कर विकास वैभव चर्चा में आ गए थे। वही 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी शोभा अहोतकार की छवि भी साफ सुथरा रही है, शोभा अहोतकर 22 साल की उम्र में आईपीएस बनी थी , अपराधियों के खिलाफ एक्शन को लेकर शोभा अहोतकर का नाम हंटर वाली पड़ गया।