गया से आशीष
गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के समर्थित एमएलसी उम्मीदवार जीवन कुमार को लेकर क्षेत्र में कई तरह का चर्चा है। सहयोगी टीम ने गया जिले के विभिन्न कॉलेज एवं विद्यालय में जाकर दौरा किया है और हर समाज के शिक्षकों ने समर्थन देने का वादा किया है। साथ ही चर्चा यह भी है कि बिहार में बीजेपी की पहचान एक अगड़ी जाति की वोटरों के साथ जोड़ा जाता है और बीजेपी के वोटर भी अगड़ी जाति के लोग हैं लेकिन उसके बावजूद पिछले जाति से आने वाले जीवन कुमार को भाजपा ने अपना गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है लोगों का कहना है कि जिसका कहीं ना कहीं असर देखने को जरूर मिलेगा। क्योंकि जीवन कुमार का व्यवहार लोगों को आकर्षित कर रही है और पार्टी का समर्थन भी मिला हुआ है इसलिए बीजेपी के वोटर भी जीवन कुमार को मत देंगें, तो वहीं बैकवर्ड समाज से आने वाले लोग भी जीवन कुमार को मत देने का मन बना लिए हैं। इसपर जीवन कुमार ने कहा कि हम जब निर्दलीय प्रत्याशी थे तब भी हमें हर समाज का समर्थन था और आज भी हमें हर समाज का समर्थन है,
क्योंकि राजनीति में जाति की नहीं “जमात की बात” होनी चाहिए। हमें किसी जाति और पार्टी की बात नहीं करनी है बल्कि हमें शिक्षकों की आवाज बुलंद करनी है। हमें जहां अगड़ी जाति के शिक्षकों का समर्थन है तो वहीं पिछड़ी जाति के भी शिक्षकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। सभी समाज के शिक्षक हमें वोट करने के लिए अपना मन बना चुके हैं।