PATNA : मुजफ्फरपुर के बीएमपी कमांडेंट की ओर से 50 साल से अधिक के पुलिसकर्मियों की कार्यों की समीक्षा और कार्य संतोषजनक ना पाए जाने पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर निकाले गए पत्र को पुलिस मुख्यालय ने सिरे से खारिज करते हुए पुलिस एसोसिएशन को यह आश्वासन दिया है कि इस पत्र का कोई औचित्य नहीं है। मुख्यालय की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। इस संबंध में शनिवार को मुख्यालय की तरफ से एक आदेश भी निर्गत किया जाएगा।
बिहार पुलिस एसोसिएशन और बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने पुलिस मुख्यालय के इस कदम का स्वागत किया है। इससे पहले बिहार पुलिस एसोसिएशन ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मांग की थी कि सामान्य प्रशासन विभाग का अगर ऐसा कोई निर्देश है कि 50 साल से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों के कार्यकलाप की जांच की जाएगी और संतोषजनक कार्य ना पाए जाने पर उनको सेवानिवृत्ति से पहले हटा दिया जाएगा तो इसपर तत्काल रोक लगाने की पहल करें। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने भी इसे तुगलकी फरमान बताते हुए तत्काल मुख्यमंत्री से आदेश को वापस लेने की मांग की थी।
एसोसिएशन ने कहा था कि अगर आदेश वापस नहींं हुआ तो बड़ा आंदोलन होगा। इसके बाद पुलिस मुख्यालय को सफाई देनी पड़ी है और सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इस प्रकार का काई आदेश जारी होने को सिरे से खारिज कर दिया है। दोनों एसासिएशन को यह आश्वासन दिया गया है कि इस पत्र का कोई औचित्य नहीं है। मुख्यालय की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। इस संबंध में शनिवार को मुख्यालय की तरफ से एक आदेश भी निर्गत किया जाएगा। इसके बाद बिहार पुलिस एसोसिएशन और बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने भी पुलिस मुख्यालय के इस कदम का स्वागत किया है।