जगदीशपुर।(भोजपुर)। नगर पंचायत, जगदीशपुर निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक शफीक मंसूरी का शुक्रवार को कब्रिस्तान में दफनाया गया। जब जनाजा निकाली गई तब उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इसके पहले बड़ी मस्जिद में हाफिज हजरत रिजवान अहमद ने जुमे की नमाज पढ़ाई। इसके बाद जनाजा निकाला गया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। वार्ड संख्या 12 बारी मोहल्ला घर से जनाजा उठाया गया। इसके बाद राजा के पोखरा स्थित कब्रिस्तान जनाजा लेकर लोग पहुंचे। वहां पर सबसे पहले जनाजे की नमाज अदा की गयी। इसके बाद कब्रिस्तान में उन्हे दफनाया गया। गौरतलब हो कि बुधवार को दो गुटों के बीच मामूली विवाद हिंसक झड़प में लोहे की रॉड से पीटने से गंभीर रूप से होम्योपैथिक चिकित्सक घायल हो गए थे। जिसके बाद, परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हत्या के मामले में जगदीशपुर थाने में मृतक के पुत्र जावेद द्वारा हत्या का केस दर्ज कराया गया। इसमें आठ नामजद लोगों को आरोपित बनाया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपित विशेन टोला निवासी हसमुद्दीन मंसूरी के पुत्र सद्दाम मंसूरी और डब्लू मंसूरी है।
चिकित्सक के जनाजे में ये लोग रहे शामिल
शफीक मंसूरी के जनाजे में बड़ी मस्जिद हाफिज रिजवान अहमद रिजवी, राजद प्रखंड अध्यक्ष भोला खान, ताजिया कमेटी अध्यक्ष बाबूदिन मंसूरी, डॉ संतोष कुमार सहित अन्य ने जताया शोक। बताया जाता है कि शफीक मंसूरी होम्योपैथिक के एक अच्छे चिकित्सक थे। उनके द्वारा दी गई दावा मरीजों की सूट करती थी।