गया। गांव से बेटी की विदाई के हेलीकॉप्टर लैंडिंग की परमिशन जहानाबाद प्रशासन की ओर से नहीं दिए जाने के मामले में नया मोड़ आया है। अब पीड़ित पक्ष ने डीएम रिची पांडेय के खिलाफ ही एससीएसटी थाने में लिखित तहरीर दी है। यह अलग बात है कि उनकी तहरीर किसी ने रिसीव नहीं किया। ऐसे में पीड़ित पक्ष ने रजिस्टर्ड डाक से जहानाबाद पुलिस को अपनी तहरीर भेजी है। यही नहीं बेटी के पिता रामानन्द दास ने मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी और बिहार सरकार से जहानाबाद डीएम की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एक साजिश के तहत एक दलित परिवार के अरमानों को कुचला गया है और उसके मनोबल को तोड़ा गया है। जहानाबाद पुलिस प्रशासन दलित विरोधी मानसिकता का है। यही वजह है कि हमारे अरमानों को अंतिम क्षण में कुचल दिया गया। उन्होंने बताया कि 28 नवम्बर को अपने गांव मोहिद्दीनपुर (जहानाबाद) में हेलीकाप्टर लैंडिंग व टेक आफ के लिए विधिवत तरीके से जहानाबाद प्रशासन से अनुमति मांगी थी। अनुमति की मांग 16 नवम्बर को एक आवेदन के तहत किया गया था। गाइड लाइन्स के तहत हमने अपनी जमीन में हेलीपैड बनवाया। तकनीकी विभागों द्वारा स्पॉट वेरिफिकेश किया गया। साथ ही नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट दिया गया। इसके बावजूद अंतिम क्षण में लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई। नतीजन बेटी को उसकी ससुराल हेलीकाप्टर से भेजने का एक दलित बाप का अरमान धूल में मिल गया। वहीं रामानन्द दास के बेटे मृतुन्जय राजन ने बताया कि डीएम के खिलाफ हमने तहरीर रजिस्टर्ड डाक से भेजा है। ऐसा मुझे इसलिए करना पड़ा कि थाने वाले ने हमारा आवेदन नहीं लिया।