बिहार : हाजीपुर में घर में घुसकर बदमाश ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी। युवक के सिर में दो गोली मारी गई है। एक गोली सिर के पीछे और दूसरी गोली सिर के बाएं हिस्से में मारी गई है। घटना नगर थाना क्षेत्र के मेदनीमल कटरा मोहल्ले की है। मृतक की पहचान मेदनी मल कटरा निवासी सुमन शेखर (30 वर्ष) के रूप में की गई है। शव उसके कमरे में बेड पर पर मिला। मर्डर के बाद इलाके में तनाव का माहौल है।
बताया जा रहा है कि युवक घर में अकेला था। उसका कमरा तीसरी मंजिल पर है। शेखर को 2 साल का लड़का है। दूसरी डिलीवरी के लिए पत्नी मायके गई है। घर में कोई देखभाल करने वाला नहीं होने के कारण पत्नी अपने बच्चे को लेकर मायके चली गई थी। वह पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था, लेकिन पिछले 1 साल से कोरोना के कारण घर से ही काम कर रहा था।
मौत की सूचना घर के बगल के माली ने नगर थाना को दी। माली के अनुसार, सुबह-शाम खाना माली के यहां से जाता था। माली का छोटा लड़का खाना लेकर सुबह 10:30 बजे गया। दरवाजे के बाहर से ही लड़के ने आवाज दी, लेकिन कोई आवाज नहीं आने के कारण लड़का दरवाजे पर ही खाना रखकर चला गया। शाम 4:00 बजे माली खुद खाना के बारे में पूछने गया तो देखा कि घर का दरवाजा सटाया हुआ है। दरवाजा खोलने के बाद बिस्तर पर शेखर का शव देखने के बाद माली ने नगर थाने को इसकी जानकारी दी। इंजीनियर के घर पर कोई नहीं है। उसके घर के निचले मंजिले पर एक किराएदार रहता है, लेकिन उसे भी इस घटना की जानकारी नहीं हुई।
CCTV में कैद हुई हत्यारे की तस्वीर
शेखर के कमरे के बाहर और घर में चारों तरफ CCTV कैमरे लगे हुए हैं। CCTV फुटेज देखने के बाद सदर SDPO राघव दयाल ने बताया- “शेखर को सुबह 9:15 बजे कमरे में घुसकर एक व्यक्ति गोली मारते हुए दिख रहा है। मामले की छानबीन चल रही है’। फिलहाल पुलिस ने फुटेज को जब्त कर लिया है। उसे जारी नहीं किया है। बताया जा रहा है बदमाश मास्क लगाए हुए थे। वो शेखर को खोजते हुए तीसरी मंजिल तक गया और 20 सेकेंड में गोली मारकर फरार हो गया। आसपास के लोगों ने गोली की आवाज नहीं सुनी।
18 नवंबर 2018 को बड़े भाई की हुई थी हत्या
शेखर चार भाइयों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई संतोष सिंह उर्फ हाथी की हत्या 18 नवंबर 2018 को नगर थाना क्षेत्र के गंडक पुल घाट के पास सात गोली मारकर कर दी गई थी। एक भाई अपनी पत्नी की हत्या की सजा जेल में काट रहा है। एक अन्य भाई अलग रहता है। बड़े भाई संतोष सिंह की पत्नी भी मायके गई थी।