पटना: सूबे में कोरोना वैक्सीन पर सियासत जारी है. विपक्ष के नेता लगातार वैक्सीन की कारगरता पर सवाल उठा कर सत्ता पक्ष को घेर रहे हैं. इसी क्रम में आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी और सीएम नीतीश को पहले टीका लगवाने की सलाह दी. इधर, उनके बयान पर पलटवार करते हुए राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि शपथ पत्र गलत पढ़ने वाले भी अब सलाह दे रहे हैं.
राजद ने नहीं दी चेतावनी
राज्यसभा सांसद ने ट्वीट कर कहा, ” लालू प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएं तोड़ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमड़ी उधेड़ लेने की धमकी दी, तो कभी अपने पिता के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की, लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया, न उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी.
उन्होंने कहा, ” अब तेजप्रताप कोरोना वैक्सीन पर शक करने वाले कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री को खुद पर कोरोना टीके का ट्रायल करने की सलाह दे रहे हैं. तेजप्रताप जब मंत्री-पद का शपथ पत्र नहीं पढ़ पाते और जिनकी माता राबड़ी देवी कभी बिहार के राज्यपाल को “लंगड़ा” कह चुकी हों, तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?”
तेज प्रताप ने कही थी ये बात
बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को कहा कि पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार कोरोना वैक्सीन लगवाएं, तब हमलोग वैक्सीन लगवाएंगे.
इस दौरान उन्होंने एनडीए पर हमला करते हुए यह भी कहा था कि बीजेपी और जदयू के लोग कितना भी मिल लें, बातचीत कर लें, लेकिन एनडीए की सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है. एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है. दोनों में लड़ाई चल रही है. ऐसे में बहुत जल्द टूट होगी और हमारी सरकार बनेगी