मोतिहारी: बिहार में कानून का नही बल्कि पुलिस का राज ये बाते कई बार नीतीश सरकार को घेरने के लिए बिहार की विपक्षी पार्टीयां कह चुकी है लेकिन मोतिहारी से जो तस्वीर सामने आई है उससे साफ दिखने लगा है कि अब पुलिस चाहे तो खुद अपने मर्जी से सब करेगी। मोतिहारी के आदापुर थाना की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही जिसमे एक शख्स लोगो की फरियाद सुन रहा है तो दूसरी तस्वीर में एक शख्स पुलिस डायरी लिख रहा है। बताया जा रहा है की तस्वीरों में दिखने वाला दोनों शख्स थानेदार का प्राइवेट एजेंट है जो था थानेदार के कहने पर थाने में लोगो की फरियाद सुनता है। जानकारी के अनुसार लोगो की फरियाद सुनने वाले शख्स का नाम रफीक आलम है। रफीक कई वर्षों से थानाध्यक्ष के निजी ड्राइवर के रूप में कार्य करता है
लेकिन थानेदार से कम लोगो की बीच उसकी हनक नही है। वही दूसरी तस्वीर थानेदार द्वारा बहाल प्राइवेट मुंशी की है। थानाध्यक्ष द्वारा थाने में सरकारी मुंशी होने के बावजूद भी निजी मुंशी रखा गया है। तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम इंतखाब आलम है। स्थानीय लोगो की माने तो इंतखाब थाने में निजी मुंशी के तौर पर कार्य करता है, थानेदार के बाद थाने में सबसे ज्यादा उसी की चलती है । तस्वीरों में साफ-साफ दिख रहा है कि इंतखाब आलम पुलिस डायरी लिख रहा है।