पटना। बिहार में नीतीश कुमार की सुशासन वाली पुलिस लुटेरा बन गई है, सोशल मीडिया पर इनदिनों पुलिस के कारनामे की तस्वीरें वायरल होने के बाद सूबे के मुखिया को भी यकीन हो ही रहा होगा। एक और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुई है जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मची हुई है, लेकिन सबसे बड़ी बात ये की वहां के थानेदार की झूठ ने तो पुलिस महकमे को शर्मशार कर दिया है।
ये वायरल वीडियो मोतिहारी के संग्रामपुर थाना से जुड़ा है, वीडियो के मुताबिक संग्रामपुर थाने की पुलिस पिछले कई महीनों से पेट्रोलिंग के दौरान वसूली कर रही थी, स्थानीय कुछ युवाओं ने इसका विरोध किया तो थाने के अधिकारी उसे ही धमकाने और सबूत मांगने लगे लेकिन कुछ युवाओं ने ये ठान लिया कि थाने के इस कारनामे पर रोक लगाकर ही दम लेंगे, लिहाजा पहले वीडियो बनाया फिर सोशल मीडिया पर फेसबुक लाइव कर पूरी दुनिया को दिखा दिया।
हालांकि वीडियो वीडियो की पुष्टि टुडे बिहार न्यूज नही करता है। वीडियो में सुमों पर सवार पुलिस के जवान और अधिकारी एक ट्रक चालक से वसूली करते नजर आ रहे है, इतना ही नही ट्रक चालक ने इस बात की वाकायदा जानकारी भी दी है कि 200 रुपए पुलिस ने वसूले हैं।
लीपापोती में जुटे थानाध्यक्ष
वीडियो वायरल होने के बाद सुशासन बाबू के अधिकारी अब इसकी लीपापोती में जुटे है, सबसे बड़ी बात की जिसके कंधे पर पूरे थाने की जिम्मेदारी है वही अब इसकी लीपापोती कर रहे है, वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि पुलिस भागते-भागते थाने में पहुंच गई, युवकों ने थाने तक पीछा भी किया लेकिन थानाध्यक्ष को तो पता ही नही है कुछ भी,
थानाध्यक्ष बताया कि उन्हें जानकारी मिली लेकिन पता ही नही की किस थाना का मामला है, वे पूछ रहे तो कोई बता ही नही रहा है जबकि वीडियो में साफ-साफ संग्रामपुर थाना की तस्वीरें है।
पेट्रोलिंग पार्टी सहित कई अन्य अधिकारियों तक पहुंचती है वसूली की राशि
वही वीडियो बनाने वाले युवकों का दावा है कि पूरा वसूली का खेल थानाध्यक्ष के इशारे पर होता है, वसूली के राशि को पूरे थाने के अधिकारियों में बांटा जाता है, यही वजह है कि थानाध्यक्ष इस मामले की लीपापोती कर रहे है।