भागलपुर: किसानों की भलाई का दावा करने वाले बिहार के मुखिया नीतीश कुमार की वजह से किसानों की 85 एकड़ में लगी फसल बर्बाद होने का मामला प्रकाश में आया है. मामला कल का है. दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को नौगछिया के बिहपुर प्रखंड के जयरामपुर और हरियों पंचायत इलाके में पुरातात्विक अवशेष का निरिक्षण करने पहुंचे थे. इधर, कोशी नदी की धारा को मोड़ने और मानव अधिवास के पुरातात्विक अवशेष को बचाने की बात करके गए मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर के आगमन और सीएम दर्शन के नाम पर 85 एकड़ में लगी किसानों की फसल बर्बाद हो गई.
मिली जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के लिए बने हेलीपैड और उनके हेलीकॉप्टर और पुरातात्विक धरोहरों का निरीक्षण करने आए नीतीश कुमार को देखने के लिए बिहपुर-आसपास के हजारों लोगों की भीड़ ने गेहूं, मक्का, परवल और करेले की फसल पर दौड़भाग कर उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. किसानों ने बताया कि नुकसान पर डीएम प्रणव कुमार ने सीओ को निर्देश दिया है कि किसानों की सूची बनाकर नुकसान का आकलन करके सरकार के माध्यम से क्षतिपूर्ति की जाए.
इधर, बिहपुर के किसान नवीन चौधरी, मनोज कुमार और राजेश चौधरी ने बताया कि उनकी तो फसल बर्बाद हो गई. अगर क्षतिपूर्ती कर भी दी जाती है तो उसके लिए उन्हें खेत छोड़ दफ्तर के कई चक्कर लगाने पड़ेंगे और राशि भी कम मिलेगी.
उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर की वजह से दो बीघे में लगी परवल और 12 एकड़ में लगी गेहूं की फसल चौपट हो गई. 50 हजार कर्ज लेकर गेहूं बोया था, लेकिन एक झटके में लाखों की फसल बर्बाद हो गई. उनकी तरह कई छोटे-बड़े किसानों का भी भारी नुकसान हो गया है.
इधर, सीएम के कार्यक्रम के दौरान हुए किसानों की फसल की बर्बादी के क्षतिपूर्ति का भागलपुर के डीएम प्रणव कुमार ने आश्वासन दिया है. किसानों को बताया गया कि बिहपुर सीओ को फसल की क्षति का आकलन करके रिपोर्ट तैयार कर भेज दी जाएगी. फिर उनको उचित मुआवजा मिल जाएगा. हालांकि, कई किसानों का कहना है कि सरकार फसल की क्षतिपूर्ति का औना-पौना दाम देगी.