मोतिहारी। आमतौर पर लोग उगते सूरज को नमस्कार करते हैं, लेकिन छठ महापर्व एक ऐसा पर्व है जहां लोग डूबते हुए सूर्य की पूजा करते हैं. प्रकृति का यह महापर्व अब बिहार के दहलीज से निकलकर पूरे देश ही नही विदेश में भी धूमधाम से मनाया जाता है. विदेशों में रहने वाले बिहार के लोग भी छठ महापर्व मनाते हैं. छठ महापर्व की महानता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मोतिहारी में सात समुंदर पार से सरोतार गांव की बहू रीना सिंह छठ पर्व करने के लिए ससुराल पहुंची है।
ब्रावो फार्मा के चैयरमैन राकेश पांडेय की पत्नी लंदन में रहती हैं, लेकिन छठ पर्व में उनकी आस्था है यही कारण है कि लंदन की चकाचौंध से दूर आज वह मोतिहारी के एक गांव में छठ पूजा कर रही हैं. बहू को अपने घर-आंगन में देख एनआरआई पांडेय की मां मंगल गीत गा रही है.
एनआरआई बहू रीना भी इस निर्जला उपवास को करने के बाद काफी खुश है. रीना सिंह दूसरी बार छठ पूजा कर रही हैं. खुद अपने हाथों से पारम्परिक ठेकुआ से लेकर खीर और रोटी बना रही हैं.
रीना कहती है छठ लंदन में भी अब हो रहा है लेकिन बिहार में पहली बार छठ करने पिछली बार आई थी, इस बार भी छठी मईया सात समंदर पार से बुला ली है, हरबार यही गांव से छठ करेंगे। कहा भी गया है लोग चाहे जितनी दूर चले जाएं पर उनका संस्कार और अपनी मिट्टी की खुशबू उन्हें वतन बुला ही लेता है.