अमरदीप नारायण प्रसाद
समस्तीपुर : सरायरंजन के टिसवारा में मध्य रात्रि एक तेज रफ्तार ट्रक का कहड़ ने पिता पुत्र समेत एक अन्य को रौंदा भीषण सड़क हादसे के चपेट में 7 लोग में 3 लोगो की मौत 4 घायल।
शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। अस्पताल पहूँचा । मृतक के परिजनों का चित्कार…. आााह।
वहॉ मालूम परा कि लगभग 9 बजे रात में मेन रोड पर कोई एक व्यक्ति शराब के नशे में बार बार जा रहा था। कुछ लोगों ने किसी तरह बोलेरो में बिठाकर नशा करनेवाले को घर पहुँचाने का निर्णय लिया । इतने में वो हल्ला करने लगा। हल्ला सुनकर अग़ल बग़ल से कुछ और लोग बोलेरो के निकट एकत्रित हो गए । इतने में अंदर बैठे नशेरी ने बोलेरो के गेट पर ज़ोरदार लात अंदर से मारा । गेट खुला , लोग असंतुलित हुए ! ठीक उसी पल पीछे से आ रही तेज गति में ट्रक कई लोगों को रौंदते हुए निकल गई। ३ की मौत ४ घायल।ट्रक आग के हवाले।
सदर अस्पताल में किसी तरह पोस्टमार्टम हो गया लेकिन एक भी घायल की ज़रा सी भी ईलाज नहीं। घायलों ने निजी अस्पताल की शरण ली।
मृतकों की कहानी रूह को कँपा गई। पश्चिमी सारंगपुर के प्रमोद ठाकुर पटना में किसी तरह रिक्शा चलाकर जीवन-यापन करते थे ।
कोरोना के दौर में घर लौट आए थे ।
हाल ही में वर्षों के इंतज़ार के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिली राशि से घर बनाना शुरू किया था।
विपदा की पराकाष्ठा देखिए – प्रमोद ठाकुर के साथ उनके नौजवान सुपुत्र हरेकृष्ण ठाकुर भी मौत के शिकार हुए । भला उस मातृशक्ति को रोने से कौन रोक सकता था जिसने एक पल में अपना सुहाग और कोख दोनों खो दिया । हरेकृष्ण के दो वर्ष के संतान को क्या ख़बर।
ग़रीबी का आलम यह कि दाह की समस्या ! सामाजिक एवं निजी सहयोग से दाह की व्यवस्था हुई। बाप-बेटे का दाह एक साथ – इसे ही नियती कहते है शायद !!!
तीसरा मृतक पश्चिमी सारंगपुर के ही कंगरू सहनी के नौजवान सुपुत्र रामेश्वर सहनी ।
घायल होनेवाले एक साथी विक्रम सहनी का ईलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है । वहीं तिसवारा निवासी राजन झा, सुमीत ठाकुर एवं मनोज पाठक की स्थिती कंट्रोल में है।
प्रशासनिक तौर पर मिलनेवाले मुआवज़ा के लिए संबंधित पदाधिकारियों से त्वरित निष्पादन का आग्रह किया ।