अमरदीप नारायण प्रसाद
बिहार के समस्तीपुर में लॉक डाउन अवधि का प्रति यूनिट 10 किलो नि:शुल्क राशन लेने आये गौसपुर सरसौना पंचायत के गरीब उपभोक्ता उस समय हक्का- बक्का रह गये जब गेहूं के बोरे खोलने पर गेहूं के साथ बड़े-बड़े कंकड़-पत्थर बोरे से निकलने लगा. लेने से मना करने पर डीलर ने इसे किनारे करने की कोशिश करने लगे. इसी बीच किसी ने मिलावटी गेहूं का फोटो लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. ऐसे मामले प्रखण्ड के कई डीलर के यहाँ सामने आने की बात बताई जा रही है।
इस वार का गेहूं एवं चावल अधिकांश डीलर के यहाँ औसत से अधिक खराब निकलने की बात भी उपभोक्ता द्वारा बताई जा रही है.
भाकपा माले के प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि पिछले महीने भी ऐसे मामले सामने आये थे. उपभोक्ताओं के साथ डीलर द्वारा भी इसका विरोध किया गया था लेकिन कोई कारबाई नहीं किया गया. उल्टे अपने उपर ही कारबाई की डर से डीलर अब मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं. पूर्व में शिकायत करने पर कई डीलर कारबाई झेल चुके हैं. एमओ, ठेकेदार एवं गोदाम इंचार्ज आदि द्वारा आगे से सुधार की बात बताने के बाबजूद भी एमओ ने कारबाई करने से पल्ला झाड़ लिया था. पुनः ऐसे मामले सामने आने पर माले नेता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमओ से मामले की जांच कर दोषियों को चिन्हित करते हुए यथाशीघ्र कारबाई करने, खाने योग्य गेहूं- चावल देने समेत सही वजन देने की मांग की है.