अमरदीप नारायण प्रसाद।
समस्तीपुर : अधिवक्ता कृष्णमुरारी की मौत की जांच कर इलाज में कोताही बरतने के दोषियों पर कार्रवाई करने, सदर अस्पताल में बेहतर इलाज, जांच, बेड, चिकित्सक,कर्मी की व्यवस्था करने समेत अन्य मांगों को लेकर भाकपा माले द्वारा घोषित बुधवार को एक दिवसीय जिलाव्यापी प्रतिवाद के अवसर पर शहर के विवेक- विहार मुहल्ला में माले कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद धरना दिया. मौके पर मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर तले धरना देकर लाकडाउन का पालन करते हुए हॉस्पिटल के लचर व्यवस्था का विरोध किया गया. धरना की अध्यक्षता भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया. मौके पर नीलम देवी, बंदना सिंह, स्तुति, साहिल, आइसा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार उपस्थित थे.
अपने अध्यक्षीय भाषण में भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अधिवक्ता कृष्णमुरारी की मौत इलाज में लापरवाही बरतने के कारण हुई है. यहां तक की मांग करने के बावजूद उन्हें न अस्पताल में भर्ती किया गया और न ही उनके लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल का खस्ताहाल है. यहां बेड, पीपीई कीट अन्य सभी प्रकार के जरूरी जांच, ईलाज, बेड आदि का बेहद अभाव है. इसी वजह से जानबूझकर कोरोना के रोगी को उनके घर पर ही आइसोलेट होने का सलाह दिया जाता है. माले नेताओं ने कहा कि निजी अस्पताल में कोरोना का महंगा इलाज है. 50 हजार से 1 लाख रूपये लेकर ही पेशेंट का ईलाज शुरू किया जाता है. एम्स एवं पीएमसीएच में बेड के आभाव में आम गरीबों का ईलाज नहीं हो पाता है. वहाँ वीआईपी को तबज्जो दिया जाता है. ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर रेफरल, अनुमंडल एवं जिला अस्पताल में कोरोना की जांच, ईलाज की बेहतर व्यवस्था करने की मांग अन्यथा आंदोलन तेज करने की घोषणा की गई.