अमरदीप नारायण प्रसाद
समस्तीपुर :- उजियारपुर पुलिस के द्वारा 5 जून 2020 की देर संध्या महिला कि, की गई पिटाई से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने रात के दस बजे थाना को घेरकर जमकर रोड़ेबाजी की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आक्रोशित लोगों के उपर ताबड़तोड़ लाठियां चलाई। कुछ देर के लिए थाना परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा की गई रोड़ेबाजी में, थाना के सहायक अवर निरीक्षक रविंद्र तिवारी घायल बताए जा रहे हैं। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि, उजियारपुर थाना के सिपाही ने रिश्वत लेकर महिला की पिटाई की है। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, गावपुर पंचायत के कोरबद्धा गांव निवासी सुनील दास का पुत्र अर्जुन दास, अपने रिश्ते के भावज संजय दास की पत्नी काजल देवी को लेकर विगत दस दिन पहले घर से भाग गया था। जिससे संबंधित आवेदन भी संजय दास ने स्थानीय थाना में दिया था।
विगत गुरूवार 4 जून 2020 को अर्जुन दास का चाचा नरेश दास, गायब महिला काजल देवी को खोजकर कोरबद्धा गांव ले आया, तथा उसके पति संजय दास के घर में रख आया। जिसे अपने घर में रखने के लिए संजय दास तैयार नही था। काजल देवी के ससुराल पक्ष के लोगों का कहना था कि, जो महिला किसी गैर मर्द के साथ दस दिन रहकर वापस आई हो उसे हम नही रखेंगे। गुरूवार 4 जून से ही स्थानीय स्तर पर इस मामले को सलटाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन स्थानीय लोग भी इसमे नाकाम रहे। काजल देवी के ससुर का कहना है कि, उजियारपुर पुलिस को रिश्वत देकर जबरदस्ती घर से भागी हुई लड़की को हमारे घर में रखवाना चाह रहे थे। जब हमने इनकार किया तो उजियारपुर थाना की पुलिस ने उन्हें, उनकी दोनो बेटी तथा उनकी पत्नी को बुरी तरीके से मारा है। जिसके कारण उनकी एक बेटी बेहोश हो गयी है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उजियारपुर के डॉक्टर ने बताया कि, महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया गया है। वहीं दुसरी ओर उजियारपुर थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने कहा कि, आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस पदाधिकारी पर लगाए जा रहे आरोप की जांच कराई जाएगी। अगर ग्रामीणों का आरोप सच साबित होता है तो, संबंधित पुलिसकर्मी के विरूद्ध वरीय पदाधिकारी को लिखा जाएगा।