अमरजीत सिंह
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के नंबर ती। मैं दरार आ गई है, पाई में दरार होने के कारण से पूल की अस्तित्व खतरे में इतना ही नहीं विक्रमशिला सेतु पर बने सड़क भी जर्जर हो चुके हैं, चार पांच जगहों पर रैली भी क्षतिग्रस्त हो गई है इधर जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को पुल निर्माण निगम के सहायक अभियंता मधुसूदन आनंद के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने नाव से पुल की स्थिति का जायजा लिया विक्रमशिला सेतु पुल के ऊपरी हिस्से का भी निरीक्षण किया निगम के अधिकारियों के मुताबिक में मामूली दायर आई है देखने से ऐसा लगता है कि 8 साल पहले एक दरार रही होगी और उस समय किसी ने गौर नहीं किया होगा फिलहाल पुल को कोई खतरा नहीं है , उन्होंने कहा कि टीम के द्वारा जांच की जाएगी जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी भागलपुर जिला स्थित विक्रमशिला सेतु 18 साल पहले चालू किया गया था 3 साल पहले 14 करोड़ खर्च कर मरम्मत की गई थी साडे 4 किलोमीटर की खुदाई पर नया पुल रोड बनाया गया लाखों खर्च कर सड़क पर मरामत भी किया गया जिससे पुल पर जलजमाव ना हो एजेंसी के एक इंजीनियर धर्मेंद्र यादव ने दावा किया था कि मस्तिक बिछाए जाने के बाद पांच 6 साल तक सड़क का कुछ नहीं होगा लेकिन निर्माण के डेढ़ साल बाद सड़क की मरम्मत की जरूरत थी डेढ़ साल की मरम्मत के बाद कई जगह सड़क फिर टूट गई और खगड़िया मंडल के देखरेख में वर्ष 2018 में पुल की मरम्मत की गई ऐसे में पुल की दुर्घटना की आशंका बनी रहती है इतना ना ही नहीं एजेंसी के इंजीनियर ने यह भी दावा किया था कि पुल कुछ नहीं हुआ और 25 से 30 साल तक फूल को कोई खतरा नहीं होगा दरअसल सरकार ने ब्रिज रोड की नियमित सफाई करने के निर्देश दिए थे लेकिन विभाग की ओर से साफ सफाई पर ध्यान ना देने के कारण पुल पर बालू और कचरा का स्त्रोत निकासी कब बंद कर दिया गया और पर जलजमाव की समस्या पैदा हो गई है इसके चलते सड़क क्षतिग्रस्त सड़क टूट रही है ।