सीतामढ़ी: मेहसौल ओपी क्षेत्र के लक्ष्मीनगर बसवरिया में छात्र राहुल की हत्या मामले में प्रेम-प्रसंग की बात चर्चा में है। पुलिस के सूत्रों ने भी इस बात की तस्दीक कर दी है। कहा जा रहा है कि राहुल एक लड़की से प्रेम करता था। उसका एक दोस्त लक्ष्मण को यही बात नागवार गुजरती थी। वह खुद उस लड़की से प्यार करता था। और इस कारण वह राहुल का जानी दुश्मन बन चला।
एक दिन मौका पाकर उसने राहुल को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने इस मामले में राहुल के दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो राज फांश हो गया। पकड़े गए दोस्तों में दोनों बसवरिया लक्ष्मीनगर के ही रहनेवाले हैं। जिनकी पहचान अजय व करण पटेल के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार, लक्ष्मीनगर बसवरिया निवासी शिक्षक महेश चौधरी के पुत्र राहुल कुमार का एक युवती से प्रेम- प्रसंग चल रहा था। इसी बात को लेकर बसवरिया के लक्ष्मण से उसका विवाद था। गिरफ्तार दोस्तों ने बताया कि राहुल को उस लड़की से मिलने-जुलने के लिए लक्ष्मण बार-बार मना किया करता था। बावजूद राहुल की नजदीकी कम न हुई। खुन्नस में लक्ष्मण ने राहुल को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
तीनों दोस्त ही बुलाकर राहुल को ले गए
घटना के दिन राहुल को उसके दोस्तों ने बुला रखा था। लक्ष्मण आखिर में पहुंचा। पहले तो उसकी कहासुनी और झड़प हुई। इतने में गुस्से से तिलमिलाए लक्ष्मण ने राहुल के सिरे में चाकू गोद डाला। राहुल ने बचने की कोशिश भी की। चाकू के प्रहार से उसके हाथ भी जख्मी हो गए। राहुल को मरा जानकर लक्ष्मण वहां से निकल भागा। मगर, दोनों दोस्तों ने राहुल को उठाकर रिंगबांध स्थित निजी नर्सिंग होम लेकर गए। पकड़े जाने के डर से वहां से दोनों निकल भागे। करण पटेल भागकर अपने ननिहाल रुन्नीसैदपुर के मानिक चौक में जाकर छुप गया। पुलिस ने वहां से उसको गिरफ्तार कर लिया। जबकि, अजय को पुलिस ने घटना के दिन ही पकड़ लिया।
कौन, किसने और कैसे मारा चाकू बन गया था अबूझ पहेली
शहर से बिल्कुल सटे लक्ष्मीनगर बसवरिया मोहल्ले में रविवार सरेशाम 16 साल के होनहार छात्र राहुल की चाकू गोदकर हत्या की गई थी। मोंगराहा मीडिल स्कूल में वह दसवीं कक्षा में पढ़ता था। हत्या के बाद उसके पिता का कहना था कि उसकी किसी से कोई अदावत नहीं थी। उस दिन अपराह्न चार बजे के लगभग राहुल घर से निकला था। शाम छह बजे अचानक फोन आया कि आपके बच्चे को किसी ने चाकू मार दिया है, जल्दी से रिंगबांध स्थित डा. वरुण कुमार के नर्सिंग होम आ जाइए। वहां पहुंचने पर चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया था। पता चला नर्सिंग होम से छात्र के घरवालों को इतला कर बुलाया गया था। उसको किसने नर्सिंग होम पहुंचाया यह भी पता नहीं चल पाया। जिससे यह भी पता नहीं चल पाया कि छात्र को कौन और कहां पर कैसे चाकू गोदा। मगर, तफ्तीश और आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद अब सबकुछ स्पष्ट हो चला है।