MOTIHARI : बिहार में अफसरशाही का कितना हावी है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की एनडीए सरकार में नीतिश कैबिनेट के कई मंत्रियों ने इस्तीफे तक की पेशकश कर दी थी। सीएम नीतीश ने भले ही डैमेज कंट्रोल कर मामले को रफा दफा कर दिया हो लेकिन हकीकत ये है की अफसरशाही अब भी बरकरार है। मोतिहारी से जुड़े एक मामले में एक ओपी का थानेदार एसपी पर भी भारी पड़ गया।
दरअसल जिले के लखौरा थाना में आरएस हीरो बाइक एजेंसी के खिलाफ 16 जून 2022 को एक ग्राहक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया गया। करीब एक महीने 12 दिन के बाद भी थानाध्यक्ष के द्वारा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नही किया गया, वही इस मामले को लेकर आरोपी पक्ष के द्वारा थाना को जानकारी दे दी गई की मामले को सुलह कर लिया गया है। थानाध्यक्ष के द्वारा इस मामले में पीड़ित पक्ष से न तो किसी भी प्रकार की जानकारी ली गई और न ही प्राथमिकी दर्ज किया गया। पीड़ित पक्ष (ग्राहक) के पुत्र के द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष को घटना के 5 दिन बाद ही व्हाट्सएप के माध्यम से शिकायत किया गया था, पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को लेकर थानाध्यक्ष को जांच और प्राथमिकी करने का निर्देश दिया था, बावजूद थानाध्यक्ष दीपक कुमार के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नही किया गया। वही लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी जब प्रथिमिकी नही दर्ज किया गया तो पुलिस अधीक्षक को पीड़ित ग्राहक के द्वारा आवेदन दिया गया, पुलिस अधीक्षक ने तुरंत इस मामले में फिर से प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया लेकिन हद तो तब हो गया जब एसपी के द्वारा दूसरी बात निर्देश देने का बावजूद भी थानाध्यक्ष के द्वारा प्राथमिकी दर्ज नही किया गया। बहरहाल इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारी और आरोपी एजेंसी के खिलाफ कार्यवाई को लेकर पुलिस महानिदेशक को शिकायत दर्ज कराया गया है।
क्या कहते हैं एसपी
मामला संज्ञान में है, इस मामले को लेकर सो कॉज जारी किया जायेगा, रिपोर्ट मिलते ही कार्यवाई की जाएगी।
डॉ कुमार आशीष, पुलिस अधीक्षक, मोतिहारी