MUNGER: मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. चार अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस ने चार पिस्टल, एक देसी कट्टा और 14 गोलियां भी बरामद की है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र में आर्म्स डीलिंग की सूचना मिलने के बाद छापामारी की गई थी. वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र में की गई कार्रवाई के दौरान दीपक कुमार और निरंजन राम को गिरफ्तार किया गया. दीपक औ र निरंजन राम के पास से एक पिस्टल, चार गोलियां और एक देसी कट्टा बरामद हुआ. पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों द्वारा बताया गया कि कासिम बाजार क्षेत्र का हथियार तस्कर रमण शर्मा भागलपुर से हथियार लेकर आने वाला है. पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने तत्काल बरियारपुर, असरगंज और तारापुर थानों को भागलपुर सीमा पर लगाने का निर्देश दिया. वाहन चेकिंग के दौरान भागलपुर सीमा पर असरगंज थाना क्षेत्र में रमन कुमार शर्मा और राहुल पांडे को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से तीन पिस्टल और 10 गोलियां बरामद की गई. पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि राहुल कुमार पांडे और दीपक कुमार मूल रूप से आरा के रहने वाले हैं लेकिन फिलहाल रांची में रहते हैं. मुंगेर पुलिस की कार्रवाई में बरामद सभी हथियारों को रांची ले जाया जाना था लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. दीपक कुमार को निरंजन राम के द्वारा हथियार मुहैया कराया गया था तथा दीपक के दोस्त राहुल पांडे को भी हथियारों की जरूरत थी. इसके बाद राहुल पांडे को लेकर रमन शर्मा भागलपुर गया था और वहीं से हथियार लेकर दोनों आ रहे थे. रांची में रह रहे राहुल पांडे और दीपक कुमार की योजना हथियार लेकर बांका के रास्ते देवघर होते हुए रांची जाने की थी. असरगंज और तारापुर के बीच चारों अपराधी आपस में मिलते. इसके बाद राहुल पांडे और दीपक कुमार रांची चले जाते जबकि हथियार देकर रमन शर्मा और निरंजन राम वापस मुंगेर आ जाते. हथियार बरामदगी से जुड़ी प्राथमिकियां वासुदेवपुर ओपी और असरगंज थाना में दर्ज की गई हैं. गिरफ्तार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पहले भी जेल जा चुका है रमन शर्मा, कूरियर के सहारे रांची में फैलाया था नेटवर्क
मुंगेर जिला के कासिम बाजार थाना क्षेत्र का रहने वाला रमन शर्मा बड़ा हथियार तस्कर है और वह हथियार तस्करी में पहले भी जेल जा चुका है. फिलहाल मुंगेर से इसने अपना नेटवर्क को भागलपुर और दूसरे जिलों में शिफ्ट कर लिया था. यही कारण है कि जब उसके पास निरंजन राम रांची के दो लड़कों को लेकर हथियार मांगने आया तो रमण शर्मा भागलपुर चला गया था और दीपक पांडे के साथ हथियार लेकर भागलपुर से ही आ रहा था. दीपक पांडे और राहुल कुमार रांची में हथियार बेचने का काम करते हैं. मुंगेर से हथियार ले जाकर पहले भी रांची में इनके द्वारा बिक्री की गई थी. रमन शर्मा ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार किया है कि रांची के दोनों अपराधियों को इसने पहले भी चार बार हथियारों की आपूर्ति की थी.
पुलिस से बचने के लिए निरंजन राम ने अपनाई थी खास तरकीब
चेकिंग के दौरान पुलिस से बचने के लिए निरंजन राम ने एक खास तरकीब अपनाई थी. हालांकि अपनी चाल में वह सफल नहीं हो सका. टायर के ट्यूब का बेल्ट बनाकर उसने अपनी छाती में बांध रखा था और उसी ट्यूब के पेट में उसने हथियार छुपा रखा था. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि चेकिंग के दौरान बचने के लिए उसने अपनी छाती में ही ट्यूब का बेल्ट बना रखा था. साइकिल, मोटरसाइकिल और कार में लगने वाले के टायरों के ट्यूब का उसने बेल्ट बनाया था और उसी बेल्ट में हथियार को उसने छिपा रखा था.
हथियार बनाने वालों और तस्करों पर है पुलिस की खास नजर
हथियार तस्करों और हथियार बनाने वाले कारीगरों पर मुंगेर पुलिस की खासी नजर है. दरअसल पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कुछ दिनों पहले ही स्पष्ट निर्देश दे रखा था कि अपराधियों के साथ-साथ ऐसे लोगों पर ही फोकस किया जाए जो चोरी छिपे हथियार बनाने का काम करते हैं तथा दूसरे जिलों से हथियार लाकर खरीद बिक्री का काम करते हैं. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थानावार ऐसे लोगों की एक लिस्ट जिला आसूचना इकाई द्वारा तैयार की गई है तथा एसपी के नेतृत्व में इनके खिलाफ भी लगातार कार्रवाई चल रही है.