PATNA: भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष के मानव शृंखला को विफल करार दिया है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस की गरिमा पर चोट पहुंचाने वालों की निंदा करने की बजाय उनको पीड़ित बताने वालों को पहला झटका बिहार की जनता ने उनकी मानव शृंखला को विफल कर दे दिया।
रविवार को ट्वीट कर सांसद ने दावा किया कि जो टूटी-छूटी और छोटी मानव शृंखला कहीं-कहीं फोटो खिंचाने के लिए बनी भी, उसमें केवल कार्यकर्ता थे, किसान नहीं थे। सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि राजद, कांग्रेस और वामदलों ने दिल्ली में किसानों को गुमराह कर पुलिस पर हमले कराए और तिरंगे का अपमान कराया। इसलिए कई किसान संगठनों और नाराज जनता ने इन दलों से दूरी बना ली।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस और टुकड़े-टुकड़े गैंग ने नए कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों के एक वर्ग का अंध-समर्थन कर किसानों का अहित तो किया ही, देश की सुरक्षा के लिए बड़े खतरे पैदा कर दिए। पंजाब के सम्पन्न किसानों और बिचौलियों के बीच पाकिस्तानी-खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ के साथ उनकी विदेशी फंडिंग के लिए जिम्मेदार कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग मानव शृंखला को मानने तो लगे। मानव शृंखला बनाने तो लगे। मानव शृंखला की शुरुआत हमलोगों ने की थी। सबसे पहले वर्ष 2017 में शराबबंदी के लिए मानव शृंखला बनायी गयी थी, उसके बाद दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ मानव शृंखला बनायी गयी। पिछले वर्ष 19 जनवरी, 2020 को जल-जीवन-हरियाली के पक्ष में बहुत बड़ी मानव शृंखला बनी।