पटना: शराब बरामदगी मामले में मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल यादव समेत 10 की परेशानी बढ़ाने वाली है. मामले के तूल पकड़ने के बाद बोचहां थाना पुलिस एक्शन मोड में आ गयी है. पुलिस मंत्री के भाई समेत 10 आरोपितों के खिलाफ वारंट जारी करने के लिए विशेष उत्पाद कोर्ट में अर्जी दे दी है. कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की कार्रवाई तेज कर दी जाएगी.
बता दें कि बीते दिनों विधानसभा में विपक्ष के नेताओं ये मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया था. सदन में इस मुद्दे पर बातचीत के दौरान कई बार हंगामा हुआ. मंत्री को बचाने के लिए सत्ता पक्ष के नेता सदन के अंदर मारपीट और गाली गलौज तक उतर आए थे. मामला बढ़ता देख पुलिस की तरफ से कार्रवाई तेज कर दी गई है. इसके पहले यह ठंडे बस्ते में पड़ा था. गौरतलब है कि आठ नवंबर, 2020 को बिहार के मुजफ्फरपुर के बोचहां थाने की पुलिस ने थाना क्षेत्र के चौरसिया चौक स्थित एक स्कूल परिसर में छापेमारी की थी. छापेमारी में एक ट्रक, चार पिकअप वैन पर लदी 816 कार्टन शराब जब्त की थी.
इस संबंध में बोचहां थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में तीन आरोपितों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था. दो आरोपित बाद में पकड़े गए थे. 10 आरोपितों के खिलाफ जांच में मामला लंबित था. सबूतों के आधार पर 10 आरोपितों पर आरोप सही साबित होने के बाद जांच अधिकारी ने वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दी है. पुलिस का कहना है कि स्कूल परिसर का मालिक हंसलाल राय को बताते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी. सुपरविजन के बाद सभी आरोपित की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया. इधर, पुलिस की कार्रवाई के बीच हंसलाल की तरफ से अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट अर्जी दी गई थी, जिसे खारिज किया जा चुका है. इसके बाद उसने हाईकोर्ट की शरण ली है.