पटना. बड़ी खबर पटना से है जहां 28 फरवरी की देर शाम कोतवाली थाना क्षेत्र में किदवईपुरी के पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल होने आए भारतीय सबलोग पार्टी के नेता रंजीत कुमार पाडेय का अपहरण कर लिया गया. चकारम और आयकर गोलंबर के बीच स्कॉर्पियो सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है.
रंजीत पांडेय मूल रूप से औरंगाबाद के ओबरा के रहने वाले हैं. अपराधियों ने इस घटना को उस वक्त अंजाम दिया, जब वो पार्टी की बैठक खत्म होने के बाद अपने एक साथी के संग पैदल ही आयकर गोलंबर की तरफ जा रहे थे. वारदात की सूचना मिलते ही कोतवाली और बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस वारदातस्थल पर पहुंच गई. पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरा और तकनीकी जांच के लिए स्कॉर्पियो की पहचान करने में जुटी है. मामले की मॉनिटरिंग खुद एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा कर रहे हैं.
एसएसपी की मानें तो मामले की सभी एंगल से छानबीन की जा रही है. अपहृत के साथ जा रहे रविरंजन की मानें तो चकारम मोड़ और आयकर गोलंबर के बीच सफेद रंग की स्कॉर्पियो उनके सामने आकर आगे रुक गई. उसमें से चार से पांच लोग उतरे और रंजीत को जबरन खींचकर स्कॉर्पियो में बैठा लिया. उन्होंने जब इसका विरोध किया तो उन्हें भी जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की गई.
रविरंजन ने इसके बार शोर मचाया और खुद को छुड़ाकर भागने लगे. रविरंजन ने तत्काल भागकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद अरुण कुमार के मोबाइल पर इस घटना की सूचना दी. युवा प्रदेश अध्यक्ष को भी तत्काल इस घटना की भी जानकारी दी. पुलिस की जांच में पता चला कि जैसे ही रंजीत का अपहरण हुआ, उनका मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया.
पुलिस पार्टी कार्यालय से लेकर आयकर गोलंबर के बीच लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई है. 100 डायल और रंगदारी सेल की टीम को विशेष तौर पर मामले की जांच में लगाया गया है. पुलिस की एक टीम स्कॉर्पियो के भागने की रूट की बारीकी से जांच करने में जुटी है. मामला राजनीतिक दल से जुड़ा होने के कारण पुलिस पूरे मामले का उद्भेदन गम्भीरता से करने में जुट गई है.