PATNA-विधानसभा चुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को बड़ी घोषणा करके अबतक का अपना सबसे बड़ा दाव खेल दिया है। तेजस्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए बेराजगारी पर सरकार को घेरा और कहा कि उनकी सरकार अगर बनती है तो बिहार कैबिनेट की पहली ही बैठक में 10 लाख नौकरियों के लिए वैकेंसी निकाली जाएगी।
बेरोजगार,पलायन और गरीबी को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनकी ये घोषणा कोई हवा हवाई घोषणा नहीं है बल्कि बिहार में जो पदों की रिक्तयां और जरूरत है उनके अनुसार 10 लाख नौकरियां दी जा सकती है। बिहार में सवा लाख डॉक्टरों के पद खाली है और उसी अनुपात में ढ़ाई लाख स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत बिहार को है। 50 हजार पुलिसकर्मियों की जरूरत बिहार को है। बिहार में एक लाख की आबादी पर मात्र 77 पुलिसकर्मी है जबकि मणिपुर जैसे छोटे राज्यों में एक लाख की आबादी पर एक हजार पुलिसकर्मी है। कई विभागों में जूनियर इंजीनियरों के भी पद रिक्त है। प्राथमिक और मध्यविद्यालयों में ढ़ाई लाख शिक्षकों के पद खाली है जबकि कॉलेजों में 50 हजार प्रोफेसरों के पद रिक्त है। ऐसे करीब साढ़े चार लाख पद रिक्त है बिहार में। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के वर्तमान जरूरतों को देखे तो करीब 10 लाख नौकरियां दी जा सकती है वे सरकार बनने पर इन्ही पदों पर रिक्तयों को भरने का काम करेंगे। निजी संस्थानाओं में भी नौकरियां देने को लेकर सरकार बनने पर ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा।