अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मगध विश्वविद्यालय इकाई द्वारा मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शशि प्रताप शाही का पुतला दहन किया गया। अभाविप ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर शैक्षणिक संकट बना हुआ है। पूर्व के कुलपति राजेंद्र प्रसाद ने जो छात्रो का भविष्य बर्बाद करने का कार्य किये थे, उसी राह पर वर्तमान के कुलपति शशि प्रताप शाही चल रहे है। मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और शैक्षणिक संकट पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद के समय जो था वही समस्या अभी भी विश्वविद्यालय में बरकरार है।
अभाविप के प्रदेश सह-मंत्री सूरज सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा समस्या डिग्री कि है। छात्रों को डिग्री मिलना बंद हो गया है जिस वजह से छात्रों को काफी समस्या हो रही है। वही एकेडमिक कैलेंडर तो विश्वविद्यालय द्वारा जारी कि जाती है पर वह कैलेंडर पूरी तरह फेल रहती है जो विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के उदासीनता को दर्शाता है। वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्सों कि स्थिति पूरी तरह चौपट हो गई है इन कोर्सो का ना परिक्षा हो रहा, ना परिणाम जारी हो रहा है। छात्र चार-पांच वर्ष से अपने कोर्स पूरा होने का इन्तजार कर रहे है पर विश्वविद्यालय प्रशासन उनके भविष्य को बर्बाद करने पर तुली है और ना उनका परिक्षा ले रही ना परिणाम जारी कर रही। आज मगध विश्वविद्यालय के काॅलेजों में पढने वाले छात्रो का सबसे बड़ी समस्या नामांकन के समय ऑनलाइन और ऑफलाइन के नाम पर जो बड़े पैमाने पर पैसा काॅलेज के प्राचार्यों द्वारा लिया जा रहा है जो पूरी तरह छात्र-छात्राओ का आर्थिक शोषण है। वही अभाविप के जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार ने कहा की कुलसचिव महोदय से बार बार पंजीयन कि तिथी निकालने कि मांग कि जा रही है पर अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। छात्र छात्राओं को पंजीयन में जो समस्या बनी है उसे एक सीमित समय में समाधान क्यों नहीं किया जा रहा है। साथ ही अनुग्रह कॉलेज में नामांकन का जो घोटाला उजागर हुआ था उस पर कमिटि तो बनी पर जांच रिपोर्ट और कारवाई अभी तक नही हुआ जो निंदनीय है। वहीं गया कॉलेज में भी ऑनलाइन नामांकन के नाम पर पोर्टल को प्रभावित कर नामांकन में धांधली चल रही है जो जांच का विषय है। वही मगध विश्वविद्यालय परिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है परीक्षा फार्म भरने के नाम पर विश्वविद्यालय अपने सूचना पत्र में शुल्क जारी नहीं करती है जिसके बजह से काॅलेजों द्वारा मनमाना फार्म भरने के नाम पर शुल्क छात्र-छात्राओ से वसूला जाता है जो एक भष्ट्राचार को दर्शाता है। छात्र अपने काम के लिए परिक्षा विभाग का चक्कर लगाते रहते है पर उनका सुनने बाला विश्वविद्यालय में कोई नही होता है । गलती विश्वविद्यालय कि रहती है पर चालान के नाम पर पैसा छात्र-छात्राओ से वसूला जाता है जो गरीब छात्रों का शोषण है।वही प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सत्यम कुशवाह ने कहा कि आज विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को छात्रों का कोई चिन्ता नही है परिक्षा होती है पर रिजल्ट लेट होता है उसमें भी बडें पैमाने पर छात्रों के रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गडबड़ी रहती है। छात्रों का रिजल्ट कब उनके साथ में मिलेगा ना छात्र को मालूम ना ही पदाधिकारीयों, विश्वविद्यालय पुरी तरह प्राइवेट कम्पनी बन गई है जिसमें कुलपति मालीक और छात्र नौकर बन गये है जिसे अभाविप बर्दाश्त नही करेगी । वर्तमान समय में मगध विश्वविद्यालय में एक बडा खेला होने कि जो आशन्का है अगर ऐसा होता है तो विरोध होगा कुलपति का।जो भी छात्रों का शोषण करेगें और काॅलेज हित के खिलाफ कार्य करेगें। उनके खिलाफ अभाविप आन्दोलन करेगा। इस मौके पर विभाग संगठन मंत्री पशुपतिनाथ उपमन्यु, प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह, जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सत्यम कुशवाह, नगर मंत्री मैक्स अवस्थी,मगध विश्वविद्यालय कैंपस अध्यक्ष देवेश दुबे,नगर सह-मंत्री,बोधगया नगर सह मंत्री सौरभ स्वराज, सोशल मीडिया प्रमुख अमित कुमार सिन्हा, पवन मिश्रा, पूर्व नगर मंत्री अमन शेखर, नगर कार्यकारिणी सदस्य सूर्यकान्त,अमर,चंदन,गया कॉलेज अध्यक्ष विनायक कुमार,अनुग्रह काॅलेज मंत्री शिवम कुमार,सौरभ कुमार, सुभाष कुमार, अंकित सागर,हर्ष कुमार,राहुल कुमार, ज्ञान, रंजन कुमार, आर्यन कुमार, साकेत कुमार, आयुष कुमार आदि मौजूद थे।