बिहार के वैशाली जिले में पिछले दिनों हाजीपुर पुलिस लाइन में बार बालाओं के डांस मामले में तिरहुत आईजी ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। इस मामले में आरोपित 11 पुलिसकर्मियों को आईजी के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया। आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में निलंबित पुलिसकर्मियों का मुख्यालय शिवहर और सीतामढ़ी बनाया गया।
हाजीपुर पुलिस लाइन में गुरुवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर पुलिस मेंस एसोसिएशन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर देर रात में भोजपुरी गानों पर बार बालाओं के डांस का कार्यक्रम शुरू हो गया। इसी दौरान देर रात में ही डांस कार्यक्रम का वीडियो वायरल हो गया। पुलिस लाइन के अतिसंवेदनशील स्थान शस्त्रागार के नजदीक हुए इस कार्यक्रम की सूचना पर महकमे में हड़कंप मच गया और आनन फानन में सदर एसडीपीओ राघव ने पुलिस लाइन पहुंच कार्यक्रम को रुकवाया। इसके बाद एसपी के निर्देश पर सदर थाने में कार्यक्रम के आयोजक पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित 12 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई। वहीं एसपीडीओ की रिपोर्ट और स्पष्टीकरण के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात एसपी मनीष ने की।
पुलिस लाइन में बार बालाओं के अश्लील डांस मामले में हाजीपुर पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों सहित 12 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। सदर थाना में पुलिस लाइन के मेजर सत्येन्द्र कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें मेंस एससोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार, मंत्री गौरव कुमार, कोषाध्यक्ष सुमन कुमार, अरविंद कुमार उपाध्यक्ष, विपिन कुमार सिंह, उपाध्यक्ष मनोरंजन कुमार सिंह, सदस्य रंजीत कुमार, सदस्य अजय कुमार, राजेश कुमार सिंह, सन्नी कुमार, सुनीता कुमारी और दीपा कुमारी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन पर लाउडस्पीकर एक्ट, कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन, सरकारी निर्दशों का उल्लंघन सहित कई आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस लाइन के शस्त्रागार के नजदीक हो रहा था कार्यक्रम
पुलिस लाइन में हो रहे अश्लील डांस कार्यक्रम का आयोजन अतिसंवेदनशील स्थान पर हो रहा था। बताया जाता है कि इस कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों के अलावा कई बाहरी लोग भी आमंत्रित थे। ऐसे में शस्त्रागार के नजदीक आयोजित इस कार्यक्रम से एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। श