PATNA: कोरोना को लेकर फिलहाल मैं छूट देने के मूड में नहीं हूं। खबर का सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक हम सब सुरक्षित महसूस नहीं करने लगे।
आज सुबह से ही पटना एम्स के नर्स ,कर्मचारी और सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गये वजह दो माह से इन लोगों को वेतन नहीं मिला है फिर भी ये लोग काम कर रहे थे ,आज गुस्सा इसलिए भड़का कि एम्स प्रशासन ने एक आदेश जारी किया है जिसमें एम्स के कर्मचारी और उसके परिजन कोरोना संक्रमित होते हैं तो उन्हें एमडिट नहीं लिया जायेगा इस आदेश से एम्स के कर्मचारी खासे गुस्से में है ।
इस बीच आज सरकार ने पटना शहर में 25 जगहों पर आज से टेस्ट शुरु करने जा रहे हैं जहां कोरोना का लक्षण वाले मरीज अपना टेस्ट करा सकते हैं इसकी सूची राज्य सरकार ने जारी कर दिया है इसी बीच पटना को लेकर जो रिपोर्ट आ रही है हर घंटे 8 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो रहे हैं ।
जबकि राजधानी पटना में एम्स पीएमसीएच और एनएमसीएच को जोड़ दे तो एक हजार बेड भी कोरोना के लिए उपलब्ध नहीं है कितनी का वेंटिलेटर उपलब्ध है ।डां का हाल तो यह है कि सारे सीनियर डाँ घर से काम कर रहे हैं जो आ भी रहे हैं कोरोना वार्ड कि तरफ झाक कर भी नहीं देखते हैं यंग डां अब थक चुका है रोज 20 से 30 कोरेन्टीन होने को मजबूर हो रहे हैं ।
नर्सों का हाल तो और भी बुरा है 50 से जो भी उपर हैं वो कोरोना वार्ड में नहीं जाती है यंग के पास अनुभव कि कमी है हाल यह है कि ऑक्सीजन भी ठीक से नहीं लगा पाती है ।वही वीआईपी मरीजों की संख्या बढने के कारण एम्स पर लगातार दबाव बढता ही जा रहा है ।
सावधान रहिए ,सजग रहिए ,एक दूसरों के मदद के लिए तैयार रहिए चाहे आपकी क्षमता राम सेतु निर्माण के गिल हरी जैसा ही क्यों ना हो ।कोरोना से ऐसे ही जंग जीती जा सकती है ।आगे आइए धैर्य नहीं खोना है हम सब मिल कर इस आपदा से भी बाहर आयेगे ये मेरा भरोसा है