पटना. नगर निगम आम सभा की 21वीं बैठक बांकीपुर अंचल में की गई. इसमें होल्डिंग टैक्स (वार्षिक किराया मूल्य) में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव पास किया गया. बैठक में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव भी शामिल थे. उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि कोरोना काल में एक बार में 30 प्रतिशत होल्डिंग टैक्स बढ़ाने को उचित नहीं है. उन्होंने मेयर सीता साहू और नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा से इसे कम करने का सुझाव दिया. बैठक में 23 एजेंडों में से 18 पर सहमति बनी, लेकिन होल्डिंग टैक्स को कम करने पर निगम तैयार नहीं हुआ.
बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने गुरुवार को हुई इस बैठक में यह सलाह दी थी कि अभी कोरोना काल से लोग उबरे नहीं हैं, इसलिए पटना नगर निगम द्वारा 15 प्रतिशत टैक्स ठीक नहीं है. निगम चाहे तो सरकार से बात करे, लेकिन निगम ने सांसद की बात को तवज्जो नहीं दी. इसके विरोध में सांसद बैठक छोड़कर चले गए. बैठक में सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि एकमुश्त होल्डिंग टैक्स अगर 30 प्रतिशत बढ़ाते हैं तो इससे जनता पर बोझ बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम में होल्डिंग टैक्स वृद्घि का प्रस्ताव पहले भी गया था. 2012-13 मे टैक्स वृद्घि का प्रस्ताव सरकार के पास गया था, लेकिन सरकार ने इसे वापस कर दिया था.
भाजपा सांसद ने कहा कि नगर निगम को चलाने के लिए तथा लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है. नगर निगम सक्षम नहीं हो पा रहा है यह सही है. सरकार की बिना सहमति के नगर निगम टैक्स नहीं बढ़ा सकता है. सरकार के संज्ञान में लेने से शायद कोई दूसरा निष्कर्ष निकल जाए. हालांकि इस पर नगर आयुक्त ने बढ़े हुए होल्डिंग टैक्स पर विभाग के प्रधान सचिव से चर्चा करने का आश्वासन दिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि मेरा जो क्षेत्र नगर निगम के दायरे में आता है उन्हें यह सुविधा नहीं मिल पा रही है. जो टैक्स अदा कर रहे हैं उस पर भी सुविधा नहीं मिल पा रही है. वहां नाला का अभाव है, सड़क का अभाव है. वहां सफाई ठीक ढंग से नहीं हो पाती है. जनता की जो आवश्यकता है उसकी पूर्ति नहीं हो रही है. उन्होंने सदन में कहा कि इस पर पुर्नविचार कीजिए तथा सरकार से इस पर बात कीजिए.