PATNA : नीतीश कैबिनेट की बैठक में कुल 25 एजेंडों पर मुहर लगी है। 25 में से 14 एजेंडा बर्खास्तगी वाली ही निर्णय है, जिसमें 11 डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। ये डॉक्टर पिछले कई सालों से अनुपस्थित थे। इस कारण इनकी बर्खास्तगी का निर्णय लिया गया है। यही नहीं, डॉ. याकूब सांगा की बर्खास्तगी पर भी मुहर लगी है।
फिलहाल डॉक्टर सांगा झारखंड में तैनात हैं। कैडर डिवीजन के बाद से ही वे झारखंड में कार्यरत थे। बंटवारे के बाद ही वे झारखंड चले गए थे, लेकिन अब जाकर उनकी बर्खास्तगी पर मुहर लगी है। इसके अलावा एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय यह लिया गया है कि जन्म रजिस्ट्रेशन की लेट फी माफ कर दी गई है। अब तय दिन के बाद भी जन्म रजिस्ट्रेशन कराने पर विलंब शुल्क नहीं देना होगा। सरकार ने बिहार जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन नियमावली 1999 के नियम 9 और 10 में संशोधन कर दिया है।
सबसे बड़ा निर्णय यह लिया गया है कि कोरोना लॉकडाउन में लौटे अप्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जाए। इसके लिए ग्रामीण इलाकों में सार्वजिनक जल संचय जैसे तालाब आदि का जीर्णोद्धार मनरेगा के तहत कराने का निर्णय लिया गया है ताकि अधिक से अधिक अप्रवासी मजदूरों को काम मिल सके। अब 5 एकड़ तक के जलाशयों का मनरेगा के तहत जीर्णोद्धार होगा। इसमें मनरेगा मजदूर ही काम करेंगे। इसके लिए जॉब कार्ड खोलने में भी तेजी लाने को कहा गया है। बैठक में कुछ चुनिंदा मंत्रियों को छोड़कर अधिकांश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही शामिल हुए।